पुलिस ने मोलाईपुरा निवासी मंगल पुत्र गोपालराम मीणा तथा कालूराम पुत्र राजाराम समेत डेढ़ दर्जन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि राजवीर के साथ रविन्द्रसिंह चौहान, रघुवीरसिंह व रविन्द्र कार से मूण्डिया से मोटूका जा रहा थे। बनास नदी की रपट के समीप उन्हें अवैध रूप से खनन दिखाई दिया। जब वे नजदीक पहुंचे तो खननकर्ताओं ने उन पर हमला कर दिया। आरोपियों ने पत्थर बरसाए तथा लाठियों से हमला किया। इससे कार के शीशे टूट गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
बजरी खनन पर नहीं लग रहा है अंकुश
टोडारायसिंह. बजरी खनन व ओवरलोड परिवहन पर रोक के बावजूद खनन करने वाले दबंग, प्रशासन से तू डाल डाल मैं पात पात…, का खेल रहे हंै। प्रशासन की कार्रवाई के बावजूद बजरी खनन व परिवहन बदस्तूर जारी है। कोर्ट ने बनास नदी में बजरी के अवैध दोहन पर रोक लगा रखी है। इसके बावजूद खनन माफिया रात के अंधेरे में चोरी छिपे धड़ल्ले से अवैध दोहन कर रहे हैं।
परिवहन में पहले तो ट्रैक्टर-ट्रालियां उपयोग में ली जाती है।अब टे्रलरो (ट्रक) के माध्यम से जयपुर शहर व ग्रामीण क्षेत्र में आपूर्ति की जा रही है। टे्रलरों में बजरी भरा पिछला हिस्सा तिरपाल से ढका होने के साथ रस्सी से बंधा होता है। कई दिनों संयुक्त कार्रवाई में खनन व पुलिस विभाग ने करीब एक दर्जन ट्रेलरों को पकड़ा था।
इसके बावजूद बजरी खनन व परिवहन बदस्तूर जारी है। खनन करने वाले दबंग दिन की जगह रात में दोहन कर रहे हंै। इधर, क्षेत्रवासियों ने बताया कि ट्रेलर चालकों ने पुलिस की नजर बचने के लिए परिवहन का रास्ता ही बदल लिया है। चूली क्षेत्र से बजरी दोहन के बाद बावड़ी से पन्द्राहेड़ा व मोर होकर मालपुरा व जयपुर क्षेत्र में बजरी पहुंचाई जाती थी। अब ट्रेलर चालकों ने रास्ता बदल कर मोर से पंवालिया, संवारिया होकर परिवहन कर रहे हंै। भारी वाहनों के सडक़ों पर आवाजाही से क्षेत्रवासी परेशान हैं।