scriptकचरे व गंदे पानी से अटी पड़ी है नहर | The canal is full of waste and dirty water | Patrika News

कचरे व गंदे पानी से अटी पड़ी है नहर

locationटोंकPublished: Dec 03, 2020 06:29:07 pm

Submitted by:

pawan sharma

कचरे व गंदे पानी से अटी पड़ी है नहर

कचरे व गंदे पानी से अटी पड़ी है नहर

कचरे व गंदे पानी से अटी पड़ी है नहर

टोंक. वार्ड 54 हाउसिंग बोर्ड निवासी अरुण कुमार ने बताया कि अधिकतर हाउसिंग बोर्ड में लोगों ने अपने घरों के बाहर तक रैलिग व चबूतरियां बना कर अतिक्रमण कर रखा है। मोनिका ने बताया कि कई पार्कों में लोगों ने गाडिय़ा खड़ी कर रखी है। राजेन्द्र कुमार ने बताया ही हाऊसिंग बोर्ड एक आवासीय कॉलोनी में आती है, लेकिन यहां पर 50 प्रतिशत मकानों में कॉमर्शियल गतिविधियां संचालित हो रही है।
इस कारण कॉलोनी में अनावश्यक लोगों की आवाजाही बनी रहती है। कॉलोनी के अन्य लोगों ने बताया कि एपीआरआई के सामने वाली मुख्य सडक़ मार्ग पर कई थडियों व ठेले आदि लगने से लोगों को सुबह शाम घुमने के लिए जगह के अभाव में परेशानी हो रही है। वार्ड के ही बाबूलाल शर्मा का कहना है कि हाउसिंग बोर्ड में न तो सडक़े है न ही नालियां बनी है। पिछले 15 साल से उपेक्षा का शिकार है।
उन्होंने बताया कि सीवरेज लाइन तो करीबन डल चुकी है, लेकिन सफ ाई के अभाव में परेशानी उठानी पड़ रही है। अलका बैरवा का कहना है कि वार्ड में सडक़ व नालियों सहित काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि अम्बेडकर कालोनी में पानी की समस्या है।
पाइप लाइन तो डल चुकी है, लेकिन अभी पानी की सप्लाई शुरू नहीं हो पाई। किशोर कुमार ने बताया की सफ ाई नहीं होने से गन्दगी है साथ ही कीचड़ हो रहा है। नहर के पास रहने वालों ने बताया कि सफाई नहीं होने से इसमें जमा कीचड़ व गंदगी से लोगों को जीना दुश्वार हो रहा है। लोगों द्वारा इसमें कचरा डाला जा रहा है। वार्ड की ही सरपंच कॉलोनी के लोगों ने बताया कि उनके यहां पानी की बड़ी समस्या बनी हुई।
पुराने गैस गोदाम के पिछे रहने मोहम्मद शाकिर ने बताया कि पानी मटमेला व बदबूदार आ रहा है। सुशीला ने बताया कि नालिया पुरानी है जो लगभग टूट चुकी है। उनकी भी सफाई 15 दिन में एक-दो बार ही होती है। रजिया ने बताया कि उनके क्षेत्र में सडक़ व नाली बने 20 साल हो गए। साथ ही बरसात के पानी की उचित व्यवस्था नहीं होने पर घरों से निकलना मुश्किल हो जाता है।
अम्बेडकर कॉलोनी के बाबूलाल ने बताया कि लाइट जाने पर ही उनके नलों में पानी आता है वो भी मात्र 15 से 20 मिनट में कम प्रेशर के साथ। मोहन लाल ने बताया कि पीने के पानी के लिए केम्पर लाना पड़ रहा है। बाकि जरूरतों के लिए हर घर में टैंकर मंगवाकर स्वंय के खर्चे से पानी का इंतजाम करना पड़ रहा है।
हाउसिंग बोर्ड के रखरखाव के लिए नगर परिषद को सडक़ निर्माण, लाइट कार्य, पार्कों का रखरखाव व सीवरेज की सफाई आदि कार्य के लिए एक करोड 37 लाख रुपए दिए गए है, लेकिन अभी तक एक भी कार्य पर काम शुरू नहीं हुआ है। सेक्टर दो व तीन के लिए नई सडक़ को प्रस्ताव दिया हुआ है। सीवरेज की सफाई के लिए टेण्डर हो गया है। ठेकेदार प्रेशर मशीन की जगह हाथों से ही काम कर रहा है। एक साल में कोई नया काम नहीं हुआ।
इतना ही नहीं सडक़ों के प्रस्ताव दिए गए है, लेकिन एक भी मंजूर नहीं हो पाई। अम्बेडकर कॉलोनी में पानी की समस्या है। साथ ही 50 ट्यूबलाइट मांगी गई थी, जिसमें से सिर्फ 5 ही दी गई है वह भी एक साल बाद में। वार्ड में एक भी सडक़ नहीं बनी। इतना ही नहीं हाउसिंग बोर्ड में आज तक भी पक्की सडक़ें नहीं होने से है नालियों को निर्माण भी नहीं हो पाया है। नहर के दोनों ओर फेसवाल के लिए 19 लाख का प्रस्ताव नगर परिषद में दिया हुआ है। विजयनगर व सरपंच कॉलोनी में पानी की समस्यां के समाधान के लिए दो ट्यूबवेल व एक हैंडपंप लगवाया था, लेकिन उनमें खारा पानी आने के कारण पानी की समस्यां बनी हुई है।
नीरज गुर्जर, वार्ड पार्षद
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