शहर की कोई भी कॉलोनी, चौराहा, मार्ग व गलियां अतिक्रमण से अछूती नहीं है। लोगों ने स्थायी एवं अस्थायी अतिक्रमण कर रास्तों को संकरा कर दिया है। बाजार की स्थिति यह है कि दुकानदारों ने दुकानों के बाहर पटिï्टयां लगा रखी है, उसके आगे फिर अस्थायी टेबल एवं तख्ते लगा रखे हैं।
इससे बाजार में दिनभर जाम की स्थिति बनी रहती है। बाजार में ठेले वाले ठेलों के अलावा उसके आगे तख्ता लगाकर सामान बेच रहे है। झिलाय रोड स्थित सब्जी ठेले वाले पंचायत समिति की दीवार के पास लगाने की बजाय दीवार को आठ फीट छोडकऱ रोड पर ठेला लगा रहे हैं।
सब्जी के कारण रोड पर आवारा मवेशी मंडराते रहते हैं। इससे 25 फीट का रास्ता महज दस फीट का रह जाता है। इससे आवागमन बाधित हो रहा है। इसी प्रकार शिवाजी कॉलोनी के मुख्य मार्ग पर दोनों तरफ अतिक्रमियों ने पांच-पांच फीट की सीढिय़ों एवं रपट बनाकर अतिक्रमण कर रखा है।
भगतसिंह कॉलोनी में पांच बत्ती चौराहे की जमीन पर प्रभावशाली लोगों ने अतिक्रमण कर लिया। करीब 8 0 फीट चौड़ाई वाला भरकुआं तालाब का रोड अतिक्रमण के कारण करीब 30 फीट का रह गया है। इस रास्ते से जलझूलनी एकादशी पर भगवान के विमान गुजरते हंैं।
शहर में हो रहे अतिक्रमण पर कार्रवाई नहीं होने से अतिक्रमियों के हौसले बुलंद होते जा रहे है। नगर पालिका की ओर से अभियान चलाकर जब भी अस्थायी अतिक्रमण हटाया जाता है तो आगे-आगे नगर पालिका अतिक्रमण निरोधी दस्ता अतिक्रमण हटाता है एवं पीछे-पीछे अतिक्रमी पुन: अतिक्रमण करते रहते है। ऐसे में अभियान भी खानापूर्ति ही साबित होता है।
जनवरी माह में अतिक्रमण हटाओ अभियान चला था। उसके बाद से शहर के हर बाजार में काफी मात्रा में अतिक्रमण बढ़ चुका है। कार्रवाई शुरू होने के साथ ही राजनीति होना शुरू हो जाता है। आदेश मिलते ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
बाबू लाल, अतिक्रमण निरोधक अधिकारी,निवाई