शर्मा ने बताया कि टोंक जिले में 24 स्थानों पर टिड्डी ने हमला किया है। जिसमें 745 हैक्टैयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। जिसमें 201 किसानों की व सरकारी सहित अन्य की जमीन शामिल है। शर्मा ने बताया कि टिड्डियों पर नियंत्रण के लिए 303 लीटर कीटनाशक का छिडकाव किया गया है। साथ ही 44 ट्रैक्टर, आठ फायर ब्रिगेड व हाथों की मशीन से स्प्रे किया गया है। जिले के मालपुरा क्षेत्र में के टिड्यिों आने को असर ज्यादा देखने को मिला है।
शर्मा ने बताया की टिड्डी दल आने पर कृषक अपने खेतो पर कूड़ा करकट जलाकर धुंवा करे एंव थाली, पीपे, ढ़ोल, गाड़ी के हॉर्न, डीजे आदि बजाकर फसलों पर बैठने नहीं देवे। जिले में ट्डिडी दलदिखाई देने पर कृषि विभाग व स्थानीय प्रशासन को तत्काल सूचना देना, टिड्डियों द्वारा अण्डे दिए जाने के स्थान, समय एवं दिन की तत्काल सूचना देना, जिन स्थानों पर टिड्डियों ने अण्डे दिए है उन स्थानों को खोदकर पानी भरकर या जुताई कर उनकों नष्ट करना, टिड्डियों की शिशु अवस्था को नियंत्रण करने के लिए खाइंया तैयार कर नष्ट करना, चौपाल व रात्री गोष्ठियों का आयोजन कर टिड्डियों के नियंत्रण के लिए एक.दूसरे साथी किसानों को प्ररित करना, पौध की सुरक्षा के लिए अनुमोदित रसायनों का ही प्रयोग करना, टिड्डिीयों की सही पहचान करना आदि शामिल है।
शर्मा ने बताया कि टिड्डियों के नियंत्रण के लिए क्लोरपायरीफॉस 20 प्रतिशत ईसी 12 एमएल, क्लोरपायरीफॉस 50 प्रतिशत ईसी 480 एमएल, डेल्टामेथ्रीन 2.8 प्रतिशत ईसी 625 एमएल, डेल्टामेथ्रीन 1.25 प्रतिशत यूएलवी 1400 एमएल, डाइफ्ल्यूबेन्जूरान 25 प्रतिशत डब्लू पी 120 ग्राम, लेब्डासाईहेलोथ्रीन 5 प्रतिशत ईसी 400 एमएल, लेब्डासाईहेलोथ्रीन 10 प्रतिशत उब्लू पी 200 ग्राम, मेलाथियान 50 प्रतिशत ईसी 1850 एमएल, मेलाथियान 25 प्रतिशत डब्लू पी 3700 ग्राम, डस्ट फेनवलरेट 0ण्4 प्रतिशत डीपी 25 किलोग्राम, डस्ट क्यूनाफॉस 1.5 प्रतिशत डीपी 25 किलोग्राम, डस्ट मेलाथियॉन 5 प्रतिशत डीपी 25 किलोग्राम कीटनाशक रसायनों का प्रति हैक्टेयर की दर से भुरकाव व छिडकाव कर टिड्डी को नियंत्रण किया जा सकता है।
उपनिदेशक शर्मा ने बताया कि इस आपदा से राहत के लिए विभाग की ओर से जिला स्तरीय टिड्डी नियंत्रण कंट्रौल रूम बनाया गया है, जो 24 घटे चालू रहेगा जिसका दूरभाष नम्बर 01432-247495 है। इस नम्बर पर किसान टिड्डी दल के आने की सूचना दे सकते है जिससे विभागीय अधिकारी द्वारा त्वरित कार्रवाई की जा सके। इसके अलावा अपने निकटतम टिड्डी कार्यालय, कृषि विभाग का कोई भी कार्यालय , राजस्व कार्यालय, ग्राम पंचायत , विद्यालय, डाकघर या कोई भी अन्य सरकारी कार्यालय में टिड्डी आने की सूचना दे सकते है।