read more:मालपुरा में अधिकारियों को दिए निर्देश: आपत्तिजनक पोस्ट डालने पर होगी सख्त कार्रवाई- शर्मा इस समयावधि में आरोपी हाथ नहीं आने पर जाट समाज ने फिर से आंदोलन की चेतावनी दी है। इसके लिए मेहंदवास कस्बे में शुक्रवार को सर्व समाज की बैठक हुई। इसमें निर्णय किया गया कि वे मामले के खुलासे को लेकर आंदोलन करेंगे।
मामले को लेकर जब गत 16 सितम्बर से तीन दिन तक मेहंदवास थाने के सामने धरना देकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी, तब सीआइडी सीबी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रेवंत दान ने आश्वासन दिया था कि कांस्टेबल मुकेश जाट की हत्या का मामला 30 दिन में खोल दिया जाएगा।
read more:मालपुरा में कर्फ्यू व दीपावली पर्व को लेकर आई बड़ी खबर, जिला कलक्टर ने अधिकारियों को दिए ये आदेश ये समयावधि समाप्त होने पर अब लोगों में नाराजगी है। ऐसे में उन्होंने आंदोलन की चेतावनी दी है। गौरतलब हैकि मुकेश जाट की हत्या गत 26 जुलाई को मेहंदवास कस्बे में हुई थी। पुलिस ने मुकेश जाट के छोटे भाई मनीष की ओर से मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।
पुलिस ने गत 5 अगस्त को आरोपी सकरा उर्फ सीताराम पुत्र दयाल यादव को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा, लेकिन समाज के लोगों में नाराजगी है कि अन्य आरोपी अभी भी पुलिस पकड़ से दूर है। पुलिस महज एक आरोपी को गिरफ्तार कर अन्य आरोपियों को बचा रही है।
read more:धड़ल्ले से गुजर रहे बजरी से भरे ओवरलोड़ ट्रैक्टर, कार्रवाई के लिए सरपंच ने कलक्टर और एसपी को लिखा पत्र उनका कहना है कि मुकेश जाट की हत्या में कई लोग शामिल हैं। उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाए। गौरतलब है कि मामले की जांच सीआईडी सीबी कर रही है। गत13 सितम्बर को ही रेवन्त दान वरिष्ठ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा जयपुर ने घटना स्थल पर पहुंच कर निरीक्षण किया ओर पीडि़त पक्ष से घटना के सम्बन्ध में जानकारी ली थी।
मजबूरन करना पड़ेगा आंदोलन
बैठक में किसान नेता शंकरलाल चौधरी, मदनलाल, रमेश संडीला, राजेन्द्र पालडी, मनीष व राजवीर आदि ने बताया कि 26 जुलाई को हुई घटना के बाद से लेकर अब तक दर्जनों बार राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन से मामले के खुलासे की गुहार कर चुके हैं। गत महीने में दिए गए धरने के बाद आश्वासन दिया था, लेकिन मजबूरन फिर से आंदोलन करना पड़ेगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस तथा सीआइडी सीबी मामले का खुलासा नहीं करना चाहती है। इसके चलते ही टालम-टोल किया जा रहा है। वे महज मामले में एक ही आरोपी को बता रहे हैं, जबकि मुकेश जाट की हत्या एक से अधिक लोगों ने की है। मामले में जांच अधिकारी रेवन्त दान से दूरभाष पर बात करनी चाही, लेकिन उन्होंने फोन रिसिव नहीं किया।