‘जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल’ से गूंजा राजमार्ग, धुवांकलां गुरुद्वारा दरबार साहिब में 603वां सालाना जोड़ मेला शुरू
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बंथली. धुवांकलां स्थित गुरुद्वारे में शुरू हुए दो दिवसीय संत शिरोमणी धन्ना भगत के 603वें सालाना जोड़ मेले को लेकर अगमगढ़ दरबार साहिब से जत्थेदार बाबा लक्खा सिंह के निर्देशन में शनिवार को आई नगर कीर्तन यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग बारह ‘जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल’ से
गुंज उठा।
उल्लेखनीय हैं कि कीर्तन यात्रा का सरोली स्थित ओम एनर्जी स्टेशन पर ओमप्रकाश जैन परिवार की ओर से स्वागत किया गया। उन्होंने बाबा लक्खा सिंह सहित देश-प्रदेश से आए जत्थेदारों का दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया, वहीं साथ आई संगतों को अल्पाहार कराया गया। इसके बाद कीर्तन यात्रा का भरनी व धुवांकलां में स्वागत किया।
इस दौरान राजमार्ग ध्वज पताकाओं से अट गया। धुवांकलां गुरुद्वारा जत्थेदार बाबा शेर सिंह ने बताया कि समारोह में पंजाब, गुजरात, राजस्थान सहित देश-प्रदेश के प्रसिद्ध गुरुद्वारा साहिब के संतों व संगतों का आगमन शुरू हो गया हैं।
रविवार को देश-प्रदेश से आने वाली संगतें दरबार साहिब पर स्थित पवित्र सरोवर में स्नानकर माथा टेक देश-देश में खुशहाली की कामना कर लंगर में प्रसादी ग्रहण करेंगे।
साथ ही इस दौरान संगते संतों की पवित्र वाणी सुन निहाल हो उठेगी। इस दौरान अनिल जैन, घाड़ थानाप्रभारी गंगाराम ताखर, हैड कांस्टेबल रामबाबू पारीक सहित हजारों की तादाद में संगतें थी।
यात्रा का स्वागत
देवली. कोटा के अगमगढ़ से धुवांकलां स्थित धन्नाभगत जाने वाली नगर कीर्तंन यात्रा शनिवार को बाबा लक्खा सिंह की अगुवाई में देवली पहुंची। इस दौरान सिख, सिन्धी, बिलोची व पंजाबी समाज ने नगर कीर्तंन यात्रा का स्वागत किया।
स्थानीय गुरुद्वारा के प्रवक्ता व सचिव गोविन्द सिंह सेठी ने बताया कि इससे पहले श्रद्धालु कीर्तंन यात्रा का स्वागत करने के लिए पेट्रोल पम्प चौराहे पहुंचे। दोपहर 2 बजे कीर्तंन यात्रा के पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने यात्रा पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
वहीं गुरु ग्रंथ साहिब के वाहन पर श्रद्धालुओं ने फूलों की बरसात की तथा मत्था टेका। कीर्तंन यात्रा के साथ पंज प्यारे भी थे। यहां से यात्रा एसबीआई चौराहे, गौरव पथ होते हुए स्थानीय गुरुद्वारा पहुंची। इसमें शामिल श्रद्धालु जो बोले सो निहाल सत् श्री अकाल के घोष लगाते चल रहे थे।
इस बीच कीर्तंन यात्रा का शहर में कई स्थानों पर फूल बरसाकर स्वागत किया गया। इस दौरान गुरुद्वारा के बाहर कीर्तंन यात्रा के श्रद्धालुओं को अल्पाहार कराया गया।
इस दौरान सेवादार सरदार परमजीत सिंह, मंजीत सिंह, डॉ. गुरमीत सेठी, खुशवीर सिंह, प्रीतपाल सिंह, हरिदास बिलोची, अमरदास, दौलत खत्री, मोनू पंजाबी, बक्शीश बिशनानी ने श्रद्धालुओं को सेवा दी तथा कीर्तंन यात्रा की व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग किया।
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