scriptबीते साढ़े चार साल, रेल मिली ना 24 घंटे में एक बार पानी, बस जनप्रतिनिधियों के आश्वासन मिले | The train did not get water once in 24 hours | Patrika News

बीते साढ़े चार साल, रेल मिली ना 24 घंटे में एक बार पानी, बस जनप्रतिनिधियों के आश्वासन मिले

locationटोंकPublished: Sep 28, 2018 12:09:39 pm

Submitted by:

Kamal Bairwa

टोंक. गौरव यात्रा के तहत शुक्रवार को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के टोंक आगमन को लेकर जिले के लोगों को बहुत आशाएं लगी हुई है।

 विहंगम नजारा

टोंक शहर का सर्किट हाउस से लिया गया विहंगम नजारा।

टोंक. गौरव यात्रा के तहत शुक्रवार को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के टोंक आगमन को लेकर जिले के लोगों को बहुत आशाएं लगी हुई है। चारों विधानसभाओं की मूलभूत समस्याओं से बीते साढ़े चार साल में निजात नहीं मिल पाई है। जबकि सांसद, विधायक एवं निकाय प्रमुखों की ओर से इस अवधि में लोगों से बढ़-चढ़ कर वादे एवं आश्वासन दिए गए। जिले में राज्य का सबसे बड़ा पेयजल प्रोजेक्ट होने के बाद भी जनता को 24 घंटे में पानी नहीं मिल पा रहा है। वहीं रेल के मांग को लेकर रेल लाओ संषर्घ समिति 31 मंत्रियों एवं विधायकों से भेंट कर चुकी है।
सभी ने मुख्यमंत्री को अवगत कराने का आश्वासन दिया, लेकिन धरातल पर हुआ कुछ नहीं। जिले में बड़ा उद्योग नहीं लग पाने से बेरोजगारों का पलायन जारी है। वहीं उच्च शिक्षा संस्थान खोलने सहित राजमार्ग पर ट्रोमा सेंटर नहीं खुल पाए। विधायकों ने क्षेत्र के हर एक कार्यक्रम में विकास के लिए धन की कमी नहीं होने की बात कही है। इसके बावजूद विकास क्या अटक गया, इसका जवाब जनता को नहीं मिल रहा है।
टोंक में जनता की उम्मीदें
टोंक को रेल मार्ग से जोड़ा जाए, अजमेर-सवाई माधोपुर रेल लाइन के लिए भूमि अवाप्ति की घोषणा कर प्रक्रिया शुरू की जाए, ईसरदा बांध का निर्माण शीघ्र शुरू किया जाए, जिला मुख्यालय पर २४ घंटे में एक बार पानी की सुविधा मिले, जिले में बड़े उद्योगों की स्थाापना की जाए, जिससे रोजगार मिल, जिला मुख्यालय पर इंजीनियरिंग एवं मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाए, शहर एवं यहां से जुड़े मार्गों की मरम्मत एवं नवीनीकरण किया जाए, नमदा व गलीचा उद्योग को प्रोत्साहन मिले, बिजली कटौती से शहर एवं कृषि क्षेत्र से मुक्त किया जाए, कन्या महाविद्यालय को स्नातकोत्तर का दर्जा दिया जाए, राजमार्ग पर ट्रोमा सेंटर स्थापित किया जाए,
निवाई में जनता की उम्मीदें
निवाई में बस स्टैण्ड की सुविधा मिले, ट्रोमा अस्पताल की आवश्यकता, शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र में क्षतिग्रस्त सडक़ों से निजात मिले, गांवों में प्रतिदिन पेयजल एवं चिकित्सा सुविधओं हो विस्तार हो, पीपलू में राजकीय महाविद्यालय की स्थापना, उपखण्ड मुख्यालय पर राजकीय कन्या महाविद्यालय का अभाव, एडीजे न्यायालय की स्थापना की जाए, झिलाय रोड पर स्थित फाटक पर अण्डर पास की आवश्यकता, पीपलू में पंचायत समिति घोषित करे एवं गहलोट रपट पर पुल का निर्माण किया जाए, बीसलपुर बांध का ओवर फ्लो का पानी मासी बांध में डलवाया जाए, जिससे सिंचाई एवं पेयजल समस्याओं का निदान हो।
मालपुरा में जनता की उम्मीदें
मालपुरा को रेल सेवा से जोड़ा जाए, राजकीय कॉलेज को क्रमोन्नत व कन्या कॉलेज खोला जाए, टोडारायसिंह में 11वीं से 13वीं सदी में निर्मित प्राचीन महल, बावडिय़ां व मंदिर समेत अन्य पुरा सम्पति के संरक्षण दिया जाए, बीसलपुर बांध का ओवर फ्लो पानी टोरडी सागर व राम सागर में डाला जाए, रीको एरिया घोषित कर औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने, तक्षकगिरी पहाड़ी वन क्षेत्र में बीसलपुर कन्जरवेशन घोषित करने, तहसील मुख्यालय पर स्टेडियम का निर्माण किया जाए, पुराने चिकित्सालय भवन में जनाना चिकित्सालय खोला जाए, मालपुरा शहर के मुख्य दो तालाबों का संरक्षण किया जाए, मालपुरा में पुलिस प्रशिक्षण क्रेन्द्र की स्थापना की जाए।
देवली-उनियारा में जनता की उम्मीदें
उनियारा उपखण्ड मुख्यालय पर एडीजे कोर्ट का अभाव, उनियारा के राजकीय महाविद्यालय में स्नातक वर्ग में विज्ञान सहित सभी विषय तथा स्नातकोत्तर कक्षाओं का अभाव, गलवा बांध में बीसलपुर बांध के ऑवरफ्लो पानी को डालने के लिए नहर का अभाव, अजमेर टोक सवाईमाधोपुर प्रस्तावित रेल लाइन से उनियारा, अलीगढ़ तथा ककोड़ को जोड़ा जाए, उनियारा में अधूरे पड़े स्टेडियम को पूरा किया जाए, उनियारा उपखण्ड क्षेत्र के हाथी भाटा, सूंथडा में पाषाण के तीर, सोप की सिंहस्थ बावड़ी आदि को पर्यटल स्थल नहीं घोषित किया जाए, राज्य बजट में घोषित उनियारा उज्जैन राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण को शुरू नहीं करवाया जाए, देवली में पुराने अजमेर कोटा वाया नेगडिया क्षतिग्रस्त मार्ग को दुरुस्त करवाया जाए, देवली शहर एवं आस-पास के गांवों में प्रतिदिन पेयजलापूर्ति हो, दो जिलों में बंटे देवली शहर को सम्पूर्ण टोंक जिले में शामिल किया जाए।

ट्रेंडिंग वीडियो