कार्यशाला के समन्वयक मोहित वैष्णव ने कार्यशाला के नियमों और प्रकृति से अवगत करवाया। मोहत ने बताया कि रंगमंच में अभिनेता एक अहम इकाई है जो पात्रों की चेतना और भावनाओं को दर्शकों में सूत्रबंद्ध करता है। इस दिशा में अभिनेता के शारीरिक संचालन पर विमर्श और इसका प्रशिक्षण बेहद जरूरी हो जाता है। अभिनेता के अंग संचालन में भावनात्मक, मानसिक एवं शारीरिक सामंजस्य का होना जरूरी है।
क्योंकि अभिनेता का शारीरिक संचालन प्राकृतिक और संवेदनशील हो सकेगा। इससे अभिनेता सामाजिक-सांस्कृतिक पक्षों से गुथे हुए पात्रों के अभिनय रूपायित कर सकने में समग्र रूप से सक्षम हो सकेगा। इस दिशा में इस कार्यशाला में अभिनेता के शारीरिक संभावनाओं और इसके विस्तार पर कार्य किया जाना है।
कार्यशाला में अरुण कुमार, हर्षित जैन, अभिनंदन गुप्ता, सरफराज खान, आमिर हुसैन, सैफ अंसारी, मयंक विजय, राहुल जांगिड़, फिरोज आलम, रवि चावला, चितरंजन नामा आदि रंगकर्मी है। इस कार्यशाला में भाषायी रूपान्तरण के लिए अभिनंदन गुप्ता सहयोग करेंगे। सहयोगी तौर पर संभव बनाने में रायना राहा, अरिजित सैन, अरविंद जोधा, अंजलि शेखावत एवं राजकुमार शामिल हैं।