फांसी होनी चाहिए
अधिवक्ता कुसुम गुप्ता ने कहा कि आरोपी को कम से कम फांसी की सजा होनी चाहिए। पुलिस को चाहिए कि आरोपी के खिलाफ न्यायालय में चालान जल्द पेश किया जाए। ताकि आरोपी को सजा मिल सके। वहीं उन्होंने कहा कि हम कोशिश करेंगे कि कोर्टभी आरोपी को सख्त सजा दे।
अधिवक्ता शिवानी ने कहा कि आरोपी को वो सजा मिले जो अपराधियों में सबक वाली हो। कोर्टजो भी सजा दे वो ऐसी हैजो अपराध जगत में मिसाल पेश कर सके। आरोपी को फांसी से कम सजा नहीं मिलनी चाहिए।
गृहणी स्नेहलता शर्मा अफसोस है कि मासूम को दरींदगी का शिकार होना पड़ा। आरोपी के लिए शब्द नहीं है। उसे कठोर से कठोर सजा दी जाए। अधिवक्ताओं व पुलिस से अपील है कि वे आरोपी के खिलाफ हर सुबूत पेश करे ताकि न्यायालय कठोर सजा दे। सजा भी जल्द ही मिलनी चाहिए।
देवली की डॉ. कल्पना जिन्दल ने कहा कि महिला, युवतियों व नन्हीं बालिकाओं के साथ बलात्कार की घटनाएं प्रतिदिन हो रही है। इससे रोकने के लिए फांसी की सजा का कानून बनाना चाहिए। वहीं बलात्कार जैसी घटनाओं में बिना देरी किए पुलिस को चालान पेश करना चाहिए, ताकि आरोपी को शीघ्र सजा मिले।
देवली की गृहणी प्रेरणा सेठी ने बताया कि संसद में सर्व स?मति से बलात्कार के आरोपियों को फांसी की सजा दिए जाने का कानून पास होना आवश्यक हो गया है। वहीं प्रदेश व केन्द्र सरकार को महिला सुरक्षा के कड़े प्रबंधन करना चाहिए। महिला सुरक्षा के लिए कानून कठोर होने पर अत्याचार को रोका जा सकता है। इसका उदाहरण अरब जैसे देशों में देखा जा सकता है।
देवली की अवनी जिन्दल ने बताया कि जिले के अलीगढ़ में बालिका के साथ हुई घटना बेहद निंदनीय है। लगातार हो रही महिला हिंसा की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए सरकार को कड़े कदम उठाने की जरुरत है, साथ ही महिलाओं को भी अपने सुरक्षा को लेकर गंभीर व जागरूक होना पड़ेगा। समाज में छोटी से लेकर हर उम्र की बच्चियों को गुड व बेड टच के साथ सुरक्षा के लिए प्रशिक्षित कराना होगा।
मालपुरा की एडवोकेट शशी जैन ने बताया कि जिले के अलीगढ़ थाना क्षेत्र में नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार व हत्या शर्मनाक व हैवानियत की पराकाष्ठा है। इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार एवं प्रशासन को कठोर से कठोर कदम उठाने चाहिए, जिससे इस प्रकार की घटनाओं की पुनर्रावृत्ति न हो एवं ऐसे मामलों में फांसी का सजा का प्रावधान होना चाहिए, जिससे समाज में व्याप्त अपराधियों में भय पैदा हो सके। इस प्रकार के मामलों में शीघ्र न्याय दिलाने के लिए प्रत्येक जिला स्तर प पॉक्सों न्यायालय स्थापित किए जाने चाहिए।
मालपुरा की डॉ आस्था जैन का कहना है कि स?पूर्ण देश में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति को रोकने के लिए सरकार को कठोर कदम उठाने चाहिए, क्योंकि किसी भी अपराधी के अपराध का कारण नशा ही होता है, जैसा की अलीगढ क्षेत्र में हुए मामले में सामने आया है। जिले के अलीगढ थाना क्षेत्र में नाबालिग बालिका के साथ हुए बलात्कार व हत्या एवं हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक बलात्कार व जलाकर बर्बरतापूर्ण कृत्य करने वाले दोषियों का कठोर दंड से दंडित किया जाना चाहिए।
निवाई. डॉ. केएन.मोदी ग्लोबल स्कूल के विद्यार्थियों ने अहिंसा सर्कल पर बलात्कार व हत्या के आरोपियों को फ ांसी की सजा जल्द देने को लेकर मौन प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों ने हाथों में तख्तियां लिए आरोपियों को फ ांसी की सजा दिलाने के लिए मौन प्रर्दशन किया।