परिजनों-ग्रामीणों के दुर्घटना नहीं मान हत्या करने की आशंका जताने पर टोंक से एफएसएल टीम बुला घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। इसके बाद पुलिस खाई में बाइक नीचे दबे शव को निकाल पोस्टमार्टम कराने अस्पताल ले जाने लगी तो ग्रामीणों ने विरोध कर मौके पर पोस्टमार्टम कराने की मांग पर अड़ गए बाद में अधिकारियों की समझाइस पर दूनी अस्पताल में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया।
उल्लेखनीय है कि मृतक खात्याहाली मजरा ढाणी निवासी राजाराम (40) पुत्र गोपाल मीणा है। गौरतलब है कि अल सुबह पुलिस व सेना की तैयारी कर रहे युवक दौड़ लगाने आए तो सडक़ किनारे खाई में बाइक गिरी दिखाई दी, इस पर युवको ने गोर से देखा तो बाइक के नीचे युवक का शव दिखाई दिया।
इस पर उन्होंने तत्काल इसकी सूचना ग्रामीणों को दी। सूचना के बाद सैकड़ों लोगों की भीड़ लग गई। इसी दौरान खात्याहाली में परिजनों व ग्रामीणों को सूचना मिली तो वह घटनास्थल पर आए ओर बाइक देख मृतक युवक की शिनाख्त राजाराम के रूप में की।
थानाप्रभारी नाहरसिंह मीणा ने बताया कि संभवतया मृतक राजाराम शनिवार देर शाम राजमार्ग स्थित चौराहे से बाइक पर गावं जा रहा था इस दौरान अज्ञात वाहन की टक्कर के बाद वह बाइक सहित खाई में गिर गया, उसके उपर बाइक गिरने के कारण आई चोट से व डूबने से मौत हो गई। हालांकि अभी तक परिजनों ने रिपोर्ट नहीें दी है।
मौके पर पोस्टमार्टम कराने को अड़े ग्रामीण
ग्रामीणों की नाराजगी के बाद पहुंची एफएसएल टीम की ओर से घटनास्थल से साक्ष्य जुटाने के बाद जब पुलिस खाई में बाइक के नीचे दबे शव को निकाल पोस्टमार्टम कराने के लिए दूनी अस्पताल लेकर जाने लगी तो ग्रामीणों ने शव रखे वाहन का चारों ओर से घेरावकर विरोध करने लगे, इस पर पुलिस उपाधीक्षक, पूर्व प्रधान उदयलाल गुर्जर, देवड़ावास सरपंच धर्मराज मीणा सहित पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों से समझाइस कर वाहन को अस्पताल के लिए रवाना कराया, इसके बाद बोर्ड से पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंपा।
पुलिस को खरी-खोटी सुना लगाए आरोप
घटनास्थल पर मौजूद परिजनों-ग्रामीणों ने पुलिस पर बजरी खनन माफिया को सह देने का आरोप लगाकर खरी-खोटी सुनाई। साथ ही कहा संभवतया मृतक राजाराम की बाइक को भी बजरी वाहनों ने ही टक्कर मारी है। उन्होंने बताया कि राजाराम से शाम सात पहले तक मोबाइल पर बात हुई थी मगर इसके बाद बात नहीं हो पाई।
परिजनों ने सोंचा अपने ट्रक के चालक से हिसाब-किताब लेकर अभी जाएंगा। परिजनों ने बताया कि वह शनिवार सुबह परिवहन विभाग कार्यालय टोंक जाने की कह घर से निकला था। इसके बाद शाम को टोंक से आने के बाद देवड़ावास चौराहे पर अपने मित्रों से मिला। इसके बाद मित्र तो अन्य रास्ते होकर देवड़ावास गए मगर राजाराम मुख्य मार्ग से खात्याहाली गावं जाने के लिए रवाना हुआ।
गावं व घर में मचा कोहराम
मृतक राजाराम की मौत के बाद खात्याहाली गावं व उसके घर में कोहराम मच गया। मौत की खबर सुन आ रहे परिजन घटनास्थल पर बाइक के नीचे दबे शव को देखकर बेसुध हो रहे थे तो उसके घर में परिजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था। वृद्ध माता-पिता व भाई विलाप कर रो रहे थे तो पत्नी फोरन्ता बार-बार बेसुध हो रही थी, महिला-पुरूष उनको ढाढस बंधाने में लगे थे। वही पुत्र मनराज व पुत्री पुजा के आंसू देखकर वहा मौजूद परिजन-ग्रामीणों के आंखों से आंसू रूकने का नाम नहीं ले रहे थे।