बीसलपुर बांध में होगी गश्त
टोंकPublished: Sep 19, 2020 09:34:59 am
डीटीओ ने की तीन नाव सीज
बीसलपुर बांध में होगी गश्त
राजमहल. बीसलपुर बांध के जलभराव में अवैध रूप से मछली का शिकार व अवैध नावों के संचालन की रोकथाम के लिए जल्द ही मत्स्य विभाग की ओर से शिकंजा कसने की तैयारियां पूरी कर ली गई है। मत्स्य विकास अधिकारी टोंक राकेश देव ने बताया कि बांध के जलभराव में रोजाना अवैध मछली शिकार के लिए दर्जनों अवैध नावे दौड़ती है, जो शिकारी बांध के मछली संवेदक को नुकसान पहुंचाने का कार्य करते है। मछली संवेदक भी चोरों से परेशानी के कारण टेण्डर के दौरान कम दर लगाते है। इसी के साथ बांध के जलभराव में मछली संवेदकों के शिकारियों की आड़ में अवैध नौकाएं संचालित होती है, जिनमें बच्चे व महिलाएं भी नाव चलाने में शामिल देखे जाती है, जिससे हादसे की आशंका बनी रहती है। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर जलभराव में आगामी सोमवार से सघन गश्त अभियान चलाया जाएगा, जिसके लिए टोंक सहित अन्य जिलों से भी विभाग के कर्मचारी बुलाए गए है साथ ही सम्बन्धित मछली संवेदक के कार्मिक भी गश्त मेें मौजूद रहेंगे। वहीं पुलिस जाप्ते के लिए भी मांग की गई है, जिससे मछली चोरों व अवैध नावों पर शिकंजा कसा जा सके।
डीटीओ ने की तीन नाव सीज
जिला परिवहन अधिकारी सज्जन सिंह ने बीसलपुर बांध के करीब पवित्र के किनारे नाव चालकों की बैठक ली है। वहीं पानी में दौड़ती नावों का निरीक्षण भी किया है। इस दौरान सज्जन सिंह ने तीन नावों को मौके पर लौहे की जंजीर से बांधकर सीज किया है। वहीं नाव चालकों को दस सवारियों के साथ दो चालक ही वैध बताए है। इससे अधिक सवारिया बिठाने पर कार्रवाई की हिदायत दी है। सिंह ने बताया कि अवैध नावों के संचालन पर अकेले परिवहन विभागों की ही जिम्मेदारी नहीं बनती है। इसमें सरकार के नियमानुसार राजस्व विभाग, मोटर यान विभाग के निरीक्षक,सार्वजनिक निर्माण विभाग,सिंचाई विभाग, पंचायत राज विभाग, पुलिस आदि विभागों की भी जिम्मेदारी होती है, लेकिन अन्य विभाग अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभाते है।