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सुविधाओं के नाम पर शहर के गांव जैसे ही हालात, मूलभूत सुविधाओं में पिछड़े हुए है वार्ड

locationटोंकPublished: Oct 29, 2020 07:31:51 pm

Submitted by:

pawan sharma

सुविधाओं के नाम पर शहर के गांव जैसे ही हालात, मूलभूत सुविधाओं में पिछड़े हुए है वार्ड
 

सुविधाओं के नाम पर शहर के गांव जैसे ही हालात, मूलभूत सुविधाओं में पिछड़े हुए है वार्ड

सुविधाओं के नाम पर शहर के गांव जैसे ही हालात, मूलभूत सुविधाओं में पिछड़े हुए है वार्ड

टोंक. वार्ड तीन से निर्वाचित पार्षद बजरंग लाल वर्मा ने चुनाव में जनता से वायदा किया था कि वह मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराएंगे। एक साल बाद भी वार्ड मूलभूत सुविधाओं व विकास की दृष्टि से पिछड़ा हुआ है। वर्मा न केवल पार्षद है बल्कि नगर परिषद टोंक के उपसभापति भी है।
वजीरपुरा को नगर परिषद से तो जोड़ दिया गया, लेकिन सुविधाओं के नाम पर गांव जैसे ही हालात है। जिला मुख्यालय से जुडा होने के बाद भी विकास की दृष्टि से पिछड़ा हुआ है। वार्ड में पडऩे वाले बिछारस के निवासी राम नरेश का कहना है कि उनके गांव को जोडऩे वाली सडक़ आज तक पूरी नहीं हो पाई है।

मोलाईपुरा निवासी जगदीश कुम्हार का कहना है कि न तो पार्षद ने न ही किसी ने चुनाव जीतने के बाद अपनी शक्ल दिखाई। वहीं पानी की सबसे बड़ी समस्या है। ट्यूबवेल का खारा पानी आता है, ऐसे हालात में पीने के लिए बनास नदी के पास लगे पॉइंट से लम्बी लाइन होने के कारण पानी लेकर आने में एक घंटे तक का समय लग जाता है। जगदीश का कहना है कि एक साल में सडक़ व नालियां तो बनना दूर की बात है यहां से रोजाना करीबन 70 से अधिक बजरी के वाहन धड़ल्ले से गुजरते है, जिससे रात भर नींद तक नहीं आती है, वहीं जो कच्चा रोड है वह भी गड्ढों में तब्दील हो गया है।

कच्चे रास्तों के बीच नालियां दे रही जख्म

टोंक. नगर परिषद के वार्ड संख्या चार के पार्षद राहुल सैनी ने चुनाव में जनता से विकास को मुद्दा बनाते हुए वोट लिए थे। नगर परिषद बोर्ड को एक साल होने को आया अभी तक सडक़ निर्माण तो दूर कि बात है कई दिनों तक कचरा तक नहीं उठ पा रहा। वहीं मकानों में पानी के जाने से नुकसान होता है।

निशा का कहना है कि इस वार्ड में माली समाज बाहुल्य होने के कारण यहां सब्जी की अच्छी पैदावार है, लेकिन काश्तकारों को हाल ही में कोरोना का दंश झेलना पड़ा था जिससे आर्थिक नुकसान तो हुआ ही वही अब सब्जी का धंधा चलने तो लगा, लेकिन खेतों में पशुओं के घुसने की समस्या बनी हुई है। वार्ड में पडऩे वाली विकास विहार कॉलोनी के निवासी राजेन्द्र विजयवर्गीय का कहना है कि एक साल में न तो सडक़ बनी न ही नालियों का काम हुआ। जब कि पिछले दो पार्षदों के समय स्वीकृत तीन सडक़ों का काम भी अब जाकर पूरा हुआ है।
वजीरपुरा में पानी की पाइप लाइन तो डाल दी गई, लेकिन अभी तक बीसलपुर से नहीं जोड़ा गया, जिससे क्षेत्र में मीठे पानी की समस्या बनी हुई है। इतना ही नहीं पाइप लाइन डालने के लिए सडक़ को खोदा गया था, उसे भी अभी तक ठीक नहीं किया गया है।
गुड्डी देवी, वार्ड तीन निवासी
एक साल से वह वार्ड में जनता के सम्पर्क में है तथा विकास में कोई कमी नहीं छोड़ रहे, लेकिन परिषद में बजट का अभाव सबसे बड़ी समस्या है । वार्ड के लिये चार सडक़ों के मय नालियों के प्रस्ताव भिजवाए गए है जिनकी स्वीकृति बजट आने के साथ ही मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि वह जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे।
बजरंगलाल वर्मा, वार्ड पार्षद
चुनावों में शंकरपुरा चौराहा से सोलगंपुरा वाले रास्ते तक सडक़ व नाली बनाने का वायदा किया गया था, जो अभी तक नहीं बन पाया। ऐसे हालात में बरसात के समय राहगीरों का निकलना बड़ा मुश्किल हो जाता है।
निशा सैनी, नैनसुख की बगिया
एक साल में से छह महीने तो कोरोना की भेंट चढ़ गए शेष समय में हर संभव प्रयास किया कि जनता से किए वायदे पूरे किए जाए, जिसमें कामयाबी भी मिली है, पिछले अधूरे कार्यों को पूरा कराया गया। चार सडकों व नालियों के निर्माण के प्रस्ताव भिजवाए गए है जिनकी स्वीकृति भी जल्दी ही मिल जाएगी।
राहुल सैनी, पार्षद
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