इधर, जलभराव में पानी से घिरे इलाकों में फंसे लोगों को राहत व बचाव कार्य के लिए बीसलपुर बांध की पूरानी मोटर बॉट खटारा होने के चलते राज्य सरकार के आदेशानुसार जलसंसाधन विभाग खण्ड सवाई माधोपुर से मोटर बॉट बीसलपुर बांध स्थल पर स्थानान्तरित की गई है, जो रविवार को बीसलपुर बांध स्थल पर पहुंचने पर बांध के मत्स्य लैङ्क्षडग सेन्टर पर सुरक्षित रखवाई गई है। उल्लेखनीय है कि बीसलपुर बांध बनने के बाद से अब तक सरकार की ओर से बांध परियोजना को यह तीसरी मोटर बॉट दी जा चुकी है, जिसमें पूर्व की दो लाखों की मोटर बॉट रखरखाव के अभाव में खटारा हो चुकी है।
गौरतलब है कि बीसलपुर बांध परियोजना की मोटर बॉट खराब होने के कारण पिछले कुछ वर्षों से राहत व बचाव कार्र्य के लिए बीसलपुर बांध के मछली ठेकेदार की बॉट का सहारा लेना पड़ रहा था। इस बार बांध में मत्स्याखेट ठेके का मामला हाईकार्ट में विचाराधिन होने के चलते बाढ़ आपदा में राहत के लिए मोटर बॉट की कमी खलने लगी थी। बांध परियोजना की मांग पर राज्य सरकार ने सवाई माधोपुर से स्थानान्तरित कर बॉट बीसलपुर बांध पर भिजवाई गई है।
मनीष बंसल, अधिशाषी अभियंता बीसलपुर बांध परियोजना देवली।