जानकारी अनुसार सहायक अभियन्ता कोमल सिंह ने 25 अक्टूबर शाम 5 बजे अधिशासी अधिकारी कार्यालय में मैसर्स खण्डेलवाल बोरवैल्स चितौडगढ़ द्वारा वेधन किए गए 17 हैण्डपम्पों की राशि साढ़े आठ लाख रुपए के बिल पेश किए। वहीं सहायक अभियंता ने खण्डीय स्टाफ पर दबाव बनाते हुए बिल को ऑनलाइन ट्रेजरी भिजवा दिया।
26 अक्टूबर सुबह कार्यालय लिपिक की नोटशीट एवं ट्रेजरी को भेजे बिल की प्रति अधिशासी अधिकारी के पास पेश की, इस पर अधिशासी अधिाकरी राजीव सिंघल ने बिना जांच साइन नहीं करने की बात कही। तब एईएन कोमल सिंह ने मोबाइल पर एक्सईएन को देख लेने की धमकी दे डाली।
अपने से नीचे के अधिकारी द्वारा धमकी देने से मानसिक रूप से परेशान अधिशासी अभियन्ता ने विभाग के उच्चाधिकारियों को 30 अक्टूबर को पत्र प्रेषित कर सहायक अभियन्ता के खिलाफ विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाने की मांग की।
बिना जांच साइन नहीं करने को कहा
साढ़े आठ लाख रुपए का बिल आने पर मैंने बिना जांच के हस्ताक्षर नहीं करने की बात कही थी। इस पर सहायक अभियन्ता ने दोपहर में मोबाइल पर देख लेने की धमकी दी है।
राजीव सिंघल, अधिशासी अभियन्ता, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग मालपुरा
साढ़े आठ लाख रुपए का बिल आने पर मैंने बिना जांच के हस्ताक्षर नहीं करने की बात कही थी। इस पर सहायक अभियन्ता ने दोपहर में मोबाइल पर देख लेने की धमकी दी है।
राजीव सिंघल, अधिशासी अभियन्ता, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग मालपुरा
आरोप निराधार
आरोप निराधार है। मोबाइल की कॉल डिटेल की जांच की जा सकती है। नियमानुसार ही कार्य करवाया जा रहा था।
कोमल सिंह, सहायक अभियन्ता, जन स्वास्थ्य अभि. विभाग मालपुरा
आरोप निराधार है। मोबाइल की कॉल डिटेल की जांच की जा सकती है। नियमानुसार ही कार्य करवाया जा रहा था।
कोमल सिंह, सहायक अभियन्ता, जन स्वास्थ्य अभि. विभाग मालपुरा