उसे थाने में लाया गया तथा महिला कांस्टेबल सुनिता ने महिला से बातचीत करने का प्रयास किया। बाद में तेल मील पर कार्य करने वाले बिहार से आए श्रमिकों को बुलवाया। उन्होंने महिला से बिहारी भाषा में बातचीत की। इस पर 22 वर्षीय युवती ने अपना नाम नसरीन बैगम बताया। पिता का नसीर मोहम्मद निवासी बिराह जिाल समस्तीपुर बिहार बताया। उसने बताया कि उसकी शादी दिल्ली में हुई थी।
करीब 3-4 वर्ष पूर्व वह वहां घर से निकल गई। इस पर उनियारा पुलिस ने दिल्ली पुलिस से सम्पर्क किया। दिल्ली पुलिस ने बताया कि 21 नवम्बर 2019 को युवती घर से गायब हुई थी। थानाधिकारी ने बताया कि थाने में दर्ज मामले की एफआईआर मंगवाई गई। एफआईआर में दर्ज नाम पतों के अनुसार बिहार में रह रहे उसके परिजनों से मोबाइल फोन पर सम्पर्क किया। सम्पर्क के बाद उसके परिजन उनियारा थाने में आए। थाने में आने पर पूरी जांच पड़ताल के बाद महिला को परिजनों को सौंपा गया। पुलिस द्वारा महिला के जीवन को बचाए जाने की प्रसंशा की जा रही है।
श्मशान के रास्ते से अतिक्रमण हटाने के बाद किया अंतिम संस्कार
मालपुरा. उपखण्ड कि बृजलाल नगर ग्राम पंचायत के सदरपुरा गांव में प्रशासन की ओर से सार्वजनिक श्मशान के रास्ते से अतिक्रमण हटाने के बाद अंतिम संस्कार किया गया। मामले के अनुसार सदरपुरा गांव में गुरुवार को बैरवा ढाणी में नारायण बैरवा की मौत हो गई थी, जिसके अंतिम संस्कार के लिए श्मशान की ओर जाने वाले रास्ते पर चार पांच लोगों ने अतिक्रमण कर मार्ग को बंद कर दिया था।
इस पर बैरवा समाज के लोगों ने उपखण्ड मुख्यालय पर प्रशासन को इस मामले की जानकारी देकर मार्ग खुलवाने की मांग की। इस पर तहसीलदार अनिल कुमार चौधरी, नायब तहसीलदार, एसआई ओमप्रकाश गोरा, पालिका अध्यक्ष आशा महावीर नामा, पटवारी राजेश स्वामि मौके पर पहुंचे तथा राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार सारे मामले की जांच कर जेसीबी की सहायता मार्ग को खुलासा कराया। मार्ग को खुलासा कराए जाने के बाद नारायण बैरवा की शव यात्रा श्मशान घाट पहुंची जहां पर प्रशासन की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया ।