तीन घंटे बाद मौके पर पहुंची कार्यवाहक तहसीलदार
देवली ममता यादव, दूनी थानाधिकारी रमेश चन्द मीणा, देवली थानाप्रभारी राजेन्द्र खण्डेलवाल, पौल्याड़ा पुलिस चौकी प्रभारी राजा बाबू, हेड कांस्टेबल राजेश जाट, गिरदावर भंवर लाल शर्मा, पटवारी पंकज जैन आदि ने मौके पर पहुंचकर प्लांट पर रखरखाव का कार्य देख रही एलएण्डटी(लार्सन एण्ड ट्रबो) कम्पनी के कार्मिकों से वार्ता करने के साथ ही सुरक्षा गार्डों से समझाइश के बाद करीब पांच घंटे के दौरान तीनों को टॉवर से नीचे उतारा है।
देवली ममता यादव, दूनी थानाधिकारी रमेश चन्द मीणा, देवली थानाप्रभारी राजेन्द्र खण्डेलवाल, पौल्याड़ा पुलिस चौकी प्रभारी राजा बाबू, हेड कांस्टेबल राजेश जाट, गिरदावर भंवर लाल शर्मा, पटवारी पंकज जैन आदि ने मौके पर पहुंचकर प्लांट पर रखरखाव का कार्य देख रही एलएण्डटी(लार्सन एण्ड ट्रबो) कम्पनी के कार्मिकों से वार्ता करने के साथ ही सुरक्षा गार्डों से समझाइश के बाद करीब पांच घंटे के दौरान तीनों को टॉवर से नीचे उतारा है।
वहीं पूछताछ के लिए तीनों को दूनी थाना पुलिस ने हिरासत में लिया है। राजमहल फिल्टर प्लांट पर टॉवर पर चढ़े देवीखेड़ा पंचायत के कटारियों की ढ़ाणी निवासी विजय सिंह गुर्जर, शंकर लाल कटारिया, बोटून्दा पंचायत के रामपुरा निवासी मनोहर लाल गुर्जर ने बताया कि वो लगभग 2013 से बीसलपुर-टोंक-उनियारा पेयजल परियोजना के राजमहल फिल्टर प्लांट पर बालाजी सिक्योरिटी कम्पनी अहमदाबाद (गुजरात) के तहत सुरक्षा गार्ड का कार्य कर रहे है, जिन्हें पहले तो हर माह भुगतान कर दिया जाता था, लेकिन पिछले लगभग 18 माह से मजदूरी भुगतान नहीं किया गया है, जिसकों लेकर कई मर्तबा सुरक्षा गार्डो ने प्लांट पर धरना प्रदर्शन के साथ ही लिखित व मौखिक में मांग भी की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से आर्थिक तंगी से परेशान सुरक्षा गार्डो ने सोमवार को टॉवर पर चढकऱ विरोध प्रदर्शन किया है।
टॉवर पर चढऩे की दूसरी वारदात
बीसलपुर-टोंक-उनियारा पेयजल परियोजना के राजमहल स्थित फिल्टर प्लांट परिसर में लगे बीएसएनएल के टॉवर पर चढऩे की यह दूसरी घटना है। इससे पूर्व 2019 में यहीं पर बालाजी सिक्योरिटी कम्पनी के तहत लगे निजी सुरक्षा गार्ड भूतपूर्व सैनिक कैलाश चन्द शर्मा भी बन्दूक के साथ इसी टॉवर पर चढ़ा था, जो चार घंटे की मशक्कत के बाद अधिकारियों की समझाइश के साथ मजदूरी भुगतान दिलाने के आश्वासन के बाद टॉवर से उतरा था।
बीसलपुर-टोंक-उनियारा पेयजल परियोजना के राजमहल स्थित फिल्टर प्लांट परिसर में लगे बीएसएनएल के टॉवर पर चढऩे की यह दूसरी घटना है। इससे पूर्व 2019 में यहीं पर बालाजी सिक्योरिटी कम्पनी के तहत लगे निजी सुरक्षा गार्ड भूतपूर्व सैनिक कैलाश चन्द शर्मा भी बन्दूक के साथ इसी टॉवर पर चढ़ा था, जो चार घंटे की मशक्कत के बाद अधिकारियों की समझाइश के साथ मजदूरी भुगतान दिलाने के आश्वासन के बाद टॉवर से उतरा था।
ड्यूटी से हटा रखा है
उक्त सभी सुरक्षा गार्डों काफी समय पूर्व ही ड्यूटी से हटा रखा है, लेकिन यह मनमर्जी से प्लांट पर आते है, जिसकी शिकायत पूर्व में कम्पनी की ओर से सम्बन्धित पुलिस थाने में किया जाना भी सामने आया है। वहीं मामला उच्च न्यायालय में चला था, जहां भी फैसला एलएण्डटी कम्पनी के पक्ष में हुआ है। फाजिल खान, प्रोजेक्ट मैनेजर, एलएण्डटी कम्पनी राजमहल फिल्टर प्लांट।
उक्त सभी सुरक्षा गार्डों काफी समय पूर्व ही ड्यूटी से हटा रखा है, लेकिन यह मनमर्जी से प्लांट पर आते है, जिसकी शिकायत पूर्व में कम्पनी की ओर से सम्बन्धित पुलिस थाने में किया जाना भी सामने आया है। वहीं मामला उच्च न्यायालय में चला था, जहां भी फैसला एलएण्डटी कम्पनी के पक्ष में हुआ है। फाजिल खान, प्रोजेक्ट मैनेजर, एलएण्डटी कम्पनी राजमहल फिल्टर प्लांट।
इनका कहना है-
फिल्टर प्लांट के अंदर टॉवर पर चढऩे वाले सुरक्षा गार्ड व कम्पनी के बीच मजदूरी भुगतान का मामला है। जिससे एलएण्डटी कम्पनी व सुरक्षा गार्डो के आपसी मामले को सच्चाई की जानकारी कर सुलझाने का प्रयास करेंगे। ममता यादव कार्यवाहक तहसीलदार देवली।
फिल्टर प्लांट के अंदर टॉवर पर चढऩे वाले सुरक्षा गार्ड व कम्पनी के बीच मजदूरी भुगतान का मामला है। जिससे एलएण्डटी कम्पनी व सुरक्षा गार्डो के आपसी मामले को सच्चाई की जानकारी कर सुलझाने का प्रयास करेंगे। ममता यादव कार्यवाहक तहसीलदार देवली।