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होली का रंग हुआ बदरंग, खरीददारी कर घर लौट रहे दो लोगों की हुई मौत, सडक़ पर धरा रह गया रंग-गुलाल

locationटोंकPublished: Mar 01, 2018 05:46:01 pm

Submitted by:

pawan sharma

टै्रक्टर की टक्कर से बाइक सवार दो जनों की मृत्यु हो गई। जबकि एक अन्य घायल हो गया।
 

बाइक सवार दो जनों की मृत्यु

देवली। राष्ट्रीय राजमार्ग पर पनवाड़ मोड़ के समीप गुरुवार दोपहर टै्रक्टर की टक्कर से बाइक सवार दो जनों की मृत्यु हो गई।

देवली। राष्ट्रीय राजमार्ग पर पनवाड़ मोड़ के समीप गुरुवार दोपहर टै्रक्टर की टक्कर से बाइक सवार दो जनों की मृत्यु हो गई। जबकि एक अन्य घायल हो गया। जिसे पुलिस ने देवली अस्पताल भर्ती कराया। देवली पुलिस हैडकांस्टेबल बद्रीलाल यादव ने बताया कि मृतक मनीष(12)पुत्र बाबूलाल बैरवा, व फोरुलाल(24) पुत्र रोडूलाल निवासी संथली की झोपडिय़ा है। जबकि घायल बाबूलाल(35)पुत्र घीसालाल निवासी संथली की झोपडिय़ा है।
मृतक मनीष व घायल बाबूलाल बैरवा पिता-पुत्र है। जो अपनी पड़ौसी फोरुलाल की बाइक पर बैठकर देवली से वापस गांव जा रहे थे। पुलिस ने बताया कि तीनों जने देवली में होली खरीददारी कर गांव लौट रहे थे। इस बीच गोपीपुरा के समीप सामने से गलत साइड से आ रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली ने बाइक को टक्कर मार दी। इनमें मनीष व फोरुलाल की मौके पर ही मृत्यु हो गई।
पुलिस ने बताया कि बाइक फोरुलाल के भाई की थी। वहीं बाबूलाल व मनीष उसके साथ बाइक से गांव लौट रहे थे। जहां उन्होंने शहर में होली को लेकर साग-सब्जी व रंग, गुलाल की खरीद की। खरीददारी के बाद वे गांव लौट रहे थे। इस दरम्यान काल बनकर आएं टै्रक्टर ने उन्हें टक्कर मार दी। उधर, हादसें की सूचना से परिजनों में कोहराम मच गया।

वन विभाग की कार्यवाही के विरोध में व्यापारियों का प्रदर्शन

देवली.टोंक के देवली में गुरुवार को वन विभाग द्बारा पत्थर से भरी ट्रेक्टर ट्रोली पकडने के विरोध में देवली के रीको पत्थर व्यवसायियों ने वन विभाग कार्यालय पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया और अधिकारियो को खरी खोटी सुनाई। बाद पत्थर व्यवसायी ने देवली पुलिस थाने पहुंचे तथा वन कर्मियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की। पत्थर व्यवसायियों ने बताया कि खनिज विभाग की ई रवन्ना कटने के बाद उनका ट्रेक्टर रवाना हुआ।
जिसे वन विभाग की ओर से पोल्याडा गांव के समीप पकड किया। जबकि ट्रेक्टर का विभाग की ओर से रवन्ना कटा हुआ था। जबकि नियमानुसार रवन्ना 10 घण्टे तक वैध होता हैं। फिर भी विभाग ने अवधि के दौरान ट्रेक्टर ट्रोली पकड कर जब्त किया। जो गलत है। इस दौरान पत्थर व्यवसायियों ने वन विभाग पर चौथ वसूली करने व ट्रेक्टर चालक के साथ जाति सूचक शब्दों से अपमानित करने का भी आरोप लगाया है।
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