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प्रशासन नही दे रहा ध्यान, हादसों का कारण बन रहा तिराहा

प्रशासन नही दे रहा ध्यान, हादसों का कारण बन रहा तिराहा

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प्रशासन नही दे रहा ध्यान, हादसों का कारण बन रहा तिराहा

प्रशासन नही दे रहा ध्यान, हादसों का कारण बन रहा तिराहा

आवां. कस्बा क्षेत्र में आवां से ख्वासपुरा जाने वाले मार्ग में पैट्रोल पंप से आगे प्याऊ वाला तिराहा वाहन चालकों के लिए दुर्घटना का केन्द्र बन रहा है। इस तिराहे पर कई बार जानलेवा हादसे हो चुके हैं। जानकारी अनुसार आवां से ख्वासपुरा मार्ग पर पैट्रोल पंप के आगे प्याऊ के पास कनवाड़ा जाने वाले मार्ग पर मोड़ होने, सडक़ की चौड़ाई कम होने, और सडक़ किनारे बबूल उगे होने से आए दिन सडक़ दुर्घटनाएं होती रहती है।

कई बार इन सडक़ दुर्घटनाओं में वाहन चालक अपनी जान तक गवां चुके हैं। जबकि कई बार गंभीर घायल होकर सडक़ निर्माण विभाग की गलती का हर्जाना इलाज में लाखों रुपए खर्च कर चुकाना पड़ता है। गौरतलब है कि अभी पिछले दिनों इसी तिराहे पर एक हादसे में रामपुरा का 30 वर्षीय युवक महेंद्र धोबी गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसे इलाज के लिए जयपुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।

जहां इलाज में लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद भी उसे अपनी जान गंवानी पड़ी थी। रामपुरा के रामदयाल कारपेंटर ने बताया कि, इस मोड़ पर आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं में वाहन चालक घायल होते रहते हैं। आवां से ख्वासपुरा, आननपुरा, चाननपुरा, ढीकला, कनवाड़ा, बडौली, भाणोली आदि दो दर्जन से अधिक गांवों को जोडऩे वाले इस मुख्य सडक़ मार्ग के किनारे उग आए। बबूल भी दुर्घटना के सबब बनते हैं। इस तिराहे को चौड़ा करवाने, मोड़ कम करने और बबूलो की शिकायत आसपास के ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन से की, लेकिन अभी तक भी समस्या का समाधान नहीं हुआ है।

सार संभल के अभाव में सर्कल की हो रही है र्दुदशा
टोंक. देखरेख व सार संभाल के अभाव में शहर के सौन्दर्यकरण के लिए बनाए गए डिपो क्षेत्र का अग्रसेन सर्कल इन दिनों दुर्दशा का शिकार हो रहा है। सर्कल के चारों ओर निजी वाहनों का जमावड़ा लगा हुआ है। साथ ही कई लोगों ने सर्कल के सामने टेबल लगाकर मोबाइल सामग्री बेची जा रही है।

इस कारण सर्किल पर बने पार्क में जाने को रास्ता भी रुक जाता है। सर्कल के अन्दर बने पार्क में भी गंदगी जमा रहने के कारण सूअर घूमते रहते है। पार्क में लगे नल से पानी भरने के बाद वहां के लोग व दुकानदार पाइप को खुला ही छोड़ देते है, जिस कारण पानी भी बहता रहता है। पार्क की ओर ध्यान नहीं दिए जाने के कारण समाजकंटकों द्वारा इसकी जालियों को भी तोड़ दिया गया है।

पार्क के अन्दर बना फाण्उटेन भी सार-संभाल के अभाव में क्षतिग्रत होता जा रहा है। साथ ही पार्क के अन्दर फव्वारें के लिए बनाए गए पानी के होद की सफाई नहीं होने के कारण इसमें पॉलीथीन सहित अन्य कचरा भरा हुआ है। पार्क के कोई गेट नहीं होने से मवेशी भी इसमें विचरण करते रहते है। साथ ही पेड-पौधों की छटाई नहीं होने के कारण पत्तों से सर्कल पूरी तरह से ढकने लगा है।