उल्लेखनीय है कि सन् 1967 में मालपुरा से अलग होकर अस्थित्व में आए टोडारायसिंह विधानसभा में प्रथम स्थानीय प्रतिनिधित्व कांग्रेस से जगन्नाथ गुर्जर को मिला। विधानसभा के नौ चुनावों में पांच बार कांग्रेस, तीन बार भाजपा के अलावा एक बार जनता दल ने प्रतिनिधित्व किया।
आवश्यकताएं धरातल मिलने की मोहताज
बीते दो दशक में दूरगामी परिणाम व विकास के नए आयाम साबित होने वाली क्षेत्र की मूल आवश्यकताए आज भी धरातल मिलने की मोहताज है। वर्षों से लम्बित बीसलपुर-पहाड़ी क्षेत्र में प्रस्तावित बीसलपुर कन्जरर्वेशन रिजर्व क्षेत्र योजना का विकास नहीं होना, रोजगारन्मुख कार्यो में श्रीनगर के पास रिको एरिया घोषित कर उद्योग-धंधे विकसित नहीं करना, गौण कृषि मण्डी का सम्पूर्ण कृषि मण्डी में तब्दील नहीं होने से व्यापारी व किसानो के लिए मण्डी में दुकाने, प्लेटफार्म व ड्रोम जैसी सुविधाए विकसित नहीं होना, बीसलपुर बांध का ऑवर फ्लो पानी क्षेत्र के घारेड़ा, टोरडी व चांदसेन बांध में नहीं डालने से सिंचित कमाण्ड क्षेत्र व किसानो की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ नहीं होना, कस्बे को जयपुर, कोटा, अजमेर व टोंक-सवाईमाधोपुर जिला मुख्यालय से सीधा बस जुड़ाव तथा द्रूतगामी व रात्रिकालीन बसों का संचालन नहीं होना, प्राचीन धरोहरो को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने समेत दर्जनो मांगे है, जिन्हें अभी अमलीजामा नहीं पहना पाए है।