scriptवार-पायलट ने कहा था : समाज का साथ मिला तो अकेला ही खेल जाउंगा कबड्डी , पलटवार- खान : कबड्डी में अभ्यास जरूरी, जनता बताएगी कैसे खेली जाती है | Tonk Assembly Elections Younus Khan and Sachin Pilot | Patrika News

वार-पायलट ने कहा था : समाज का साथ मिला तो अकेला ही खेल जाउंगा कबड्डी , पलटवार- खान : कबड्डी में अभ्यास जरूरी, जनता बताएगी कैसे खेली जाती है

locationटोंकPublished: Nov 21, 2018 08:34:44 am

Submitted by:

pawan sharma

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वार-पायलट ने कहा था : समाज का साथ मिला तो अकेला ही खेल जाउंगा कबड्डी , पलटवार- खान : कबड्डी में अभ्यास जरूरी, जनता बताएगी कैसे खेली जाती है

जलालुद्दीन खान

टोंक. ये विधानसभा चुनाव है कोई कबड्डी नहीं है। इसे 7 दिसम्बर को मतदान के रूप में जनता खेलेगी। यह कहना है टोंक से भाजपा प्रत्याशी यूनुस खान का। पेश हैं उनसे हुई पत्रिका की विशेष बातचीत के अंश…
आप डीडवाना से चुनाव लड़ते रहे हैं, लेकिन इस बार टोंक क्यो चुना?
मैंने स्वयं ने टोंक नहीं चुना है। मुझे तो पार्टी ने यहां भेजा है। मैंने पार्टी के आदेश व अनुशासन की पालना की है। हां इतना जरूर है कि टोंक से मेरा नाता है। मैं इन पांच सालों में कई बार टोंक आया हूं और इससे अछूता नहीं हूं।
आपके सामने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट चुनाव मैदान में हंै तो चुनावी मुकाबला कैसे होगा?
मैं तो सेवक हूं और जनता के बीच रहूंगा, जनता के आगे झोली फैलाऊंगा। चुनाव में हार जीत का निर्णय जनता करती है। कबड्डी खेलने के लिए अभ्यास चाहिए। उनके पास अभ्यास नहीं है। अब उन्हें जनता बताएगी कबड्डी खेलना। (खान का इशारा कुछ माह पहले पायलट के जोधपुरिया धाम में दिए गए अकेले खेल जाउंगा कबड्डी संबंधित भाषण की तरफ था)
टोंक में रेल का मुद्दा सालों से चल रहा है। इस पर आपका रुख?
देखिए अभी मैं विधानसभा क्षेत्र में पूरी तरह से घूमा नहीं हूं। गांव-गांव जाउंगा और वहां की समस्या देखूंगा। विकास का विजन तैयार कर मुद्दे जनता के बीच रखेंगे और उसी आधार पर क्षेत्र का विकास करेंगे। रेल का मुद्दा भी पूरा किया जाएगा।
सरकार आने-जाने की परम्परा बदलेगी या नहीं?
परम्परा अब तक तो यही थी कि 5 साल कांग्रेस तो 5 साल भाजपा की सरकार रही है। इसी को देखते हुए सचिन पायलट मैदान में उतरे हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। जनता उनको भी जानती है, जो पांच साल में एक भी मुद्दे पर जनता के बीच नहीं आए। ना ही कोई मुद्दा सही से उठा पाए।
टोंक भाजपा में गुटबाजी थी और विरोध था, सबको साथ कैसे लेंगे?
पहले कोई बात हुई थी। फिलहाल सभी साथ हैं। विधायक समेत जिला कार्यकारिणी मिलकर चुनाव कार्य करेगी।

जातिगत समीकरण कैसे बैठाएंगे?
मैं 36 कौम का सेवक हूं। सभी कौम मेरे लिए महत्वपूर्ण हैं। मैं सबको अपना मानता हूं और वो मुझे चुनेगी। इसके लिए मैं उनके बीच जाउंगा।
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