सोमवार रात इस तरह हुआ था मामला शांत
इससे पहले सोमवार रात को राज्य सरकार के खाद्य मंत्री रमेश मीणा से साथ ग्रामीणों की लंबी चली वार्ता के बाद मृतक की पत्नी को दो माह के अंदर चतुर्थ श्रेणी की स्थानीय निकाय विभाग में नौकरी दिए जाने और पोस्टमार्टम के बाद मामला दर्ज कर दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सीआईडी-सीबी से जांच कराए जाने के सरकार से मिले आश्वासन के बाद धरना समाप्त करने का एलान किया गया। छह दिन से चल रहा धरना व तीन दिन से देवली-उनियारा विधायक हरीश मीणा व जहाजपुर विधायक गोपीचंद का अनशन सोमवार देर शाम साढ़े आठ बजे खत्म हुआ था। खाद्य मंत्री मीणा के आश्वासन पर विधायक हरीश मीणा के सहमति जताने के बाद जूस पिला कर अनशन खत्म करवाया गया था।
इससे पहले सोमवार रात को राज्य सरकार के खाद्य मंत्री रमेश मीणा से साथ ग्रामीणों की लंबी चली वार्ता के बाद मृतक की पत्नी को दो माह के अंदर चतुर्थ श्रेणी की स्थानीय निकाय विभाग में नौकरी दिए जाने और पोस्टमार्टम के बाद मामला दर्ज कर दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सीआईडी-सीबी से जांच कराए जाने के सरकार से मिले आश्वासन के बाद धरना समाप्त करने का एलान किया गया। छह दिन से चल रहा धरना व तीन दिन से देवली-उनियारा विधायक हरीश मीणा व जहाजपुर विधायक गोपीचंद का अनशन सोमवार देर शाम साढ़े आठ बजे खत्म हुआ था। खाद्य मंत्री मीणा के आश्वासन पर विधायक हरीश मीणा के सहमति जताने के बाद जूस पिला कर अनशन खत्म करवाया गया था।
हरीश मीणा ने दिया था सरकार को धन्यवाद इस दौरान मंत्री ने बताया कहा था कि जांच में दोष सिद्ध होने पर किसी भी स्तर के अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। इसके बाद विधायक हरीश मीणा ने भी धरने को सम्बोधित कर बताया कि सरकार ने उनकी सभी मांगे मान ली है। उन्होंने मंत्री मीणा को सरकार तक मांगे पहुंचाने व मनवाने के लिए धन्यवाद दिया। वहीं शव का पोस्टमार्टम व मामले में प्राथमिकी मंगलवार को दर्ज की जाएगी।
यह हुआ था तय, जिसपर उपजा विवाद पोस्टमार्टम के लिए नगरफोर्ट, देवली व टोंक के चिकित्सक मेडिकल बोर्ड में शामिल किए जाने की बात तय हुई थी। इसके बाद धरना स्थल से लोग अपने घरों के लिए रवाना हो गए थे। इससे पहले दोपहर चार बजे पहुंचे खाद्य मंत्री रमेश मीणा ने पहले जिला कलक्टर आरसी ढेनवाल व पुलिस अधीक्षक चूनाराम से बात कर स्थिति की जानकारी ली। इसके बाद धरना स्थल पर लगे मंच पर पहुंच मंत्री मीणा ने कहा कि शव का पहले मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवा कर दाह संस्कार करवाया जाए। दोष सिद्ध होने पर आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी तथा नौकरी भी जाएगी।
इस पर धरना स्थल पर मौजूद लोगों ने नौकरी से पहले पोस्टमार्टम नहीं करवाने की बात कह कर हल्ला कर दिया। तथा पहले घटना स्थल कर मुआयना करने की बात कही। इस पर मंत्री मीणा ने कलक्टर-एसपी के साथ घटना स्थल का दौरा किया। करीब एक घंटे बाद वहां से वापस आकर उन्होंने ग्रामीणों ने चर्चा की। धरने में शामिल लोगों का कहना था कि जब तक पांचों मांगों पर सहमति नहीं बन जाती धरना खत्म नहीं किया जाएगा। अनशन स्थल पर पूर्वमुख्य सचेतक महावीरप्रसाद जैन, पूर्व पार्षद जे. पी. शर्मा, मोहन साहू, रामअवतार शर्मा व मदन वर्मा पहुंचे और समर्थन दिया था।
यह है मामला
उल्लेखनीय है कि गत 28 मई को उनियारा थाना पुलिस ट्रैक्टर-ट्रॉली का पीछा कर रही थी। पुलिस ने देर रात एक ट्रॉली को नगरफोर्ट थाना क्षेत्र में पकड़ लिया। इसमें चालक की मौत हो गई। ये चालक फतेहगंज परासिया थाना उनियारा निवासी भजनलाल (30) पुत्र हरपाल मीना था। सूचना के बाद पहुंचे परिजनों ने हत्या का आरोप लगा धरना शुरू कर दिया। ये धरना शनिवार को अनशन में बदल गया।
उल्लेखनीय है कि गत 28 मई को उनियारा थाना पुलिस ट्रैक्टर-ट्रॉली का पीछा कर रही थी। पुलिस ने देर रात एक ट्रॉली को नगरफोर्ट थाना क्षेत्र में पकड़ लिया। इसमें चालक की मौत हो गई। ये चालक फतेहगंज परासिया थाना उनियारा निवासी भजनलाल (30) पुत्र हरपाल मीना था। सूचना के बाद पहुंचे परिजनों ने हत्या का आरोप लगा धरना शुरू कर दिया। ये धरना शनिवार को अनशन में बदल गया।
फाइल फोटो