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वित्तीय स्वीकृति में अटका टोंक का मेडिकल कॉलेज, भूमि आवंटन को बीता एक वर्ष

locationटोंकPublished: Nov 12, 2021 11:36:18 am

Submitted by:

Vijay

चराई में है प्रस्तावित : २७ नवम्बर २०१९ को हुआ प्रस्ताव अनुमोदि

वित्तीय स्वीकृति में अटका टोंक का मेडिकल कॉलेज, भूमि आवंटन को बीता एक वर्ष

वित्तीय स्वीकृति में अटका टोंक का मेडिकल कॉलेज, भूमि आवंटन को बीता एक वर्ष



टोंक. शहर के समीप यूसुफपुरा चराई में मेडिकल कॉलेज निर्माण में हो रही देरी अब जिले के लोगों को खटकने लगी है। मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए भूमि आवंटन हुए एक वर्ष होने को है, लेकिन अब तक शिलान्यास नहीं होने से कार्य शुरू नहीं हो पाया है। जिला मुख्यालय पर मेडिकल कॉलेज की घोषणा होने एवं शीघ्र निर्माण कार्य शुरू होने पर लोगों को आस जगी थी कि आने वाले समय में शहर में विशेषज्ञों का लाभ मिलने लगेगा, समय पर कार्य शुरू नहीं पाया है। वहीं जिला अस्पताल में बेड की कमी और चिकित्सा विशेषज्ञों की कमी से मरीज भी परेशानी का सामना कर रहे है।
२७ नवम्बर २०१९ को टोंक में कॉलेज खोलने के प्रस्ताव के अनुमोदित होने के बाद चराई में भूमि आवंटन को भी एक वर्ष हो गया है, लेकिन अब तक जिले के मेडिकल कॉलेज को धरातल नहीं मिल पाया है। पहले प्रदेश के तीन जिलों में मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास १० अक्टूबर से शुरू होने की संभावना व्यक्त की गई थी।
मेडिकल कॉलेज को लेकर गत दिनों चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. रघु शर्मा की अध्यक्षता में राजस्थान मेडिकल एजूकेशन सोसायटी की समीक्षा बैठक हुई थी। इसमें मेडिकल कॉलेज निर्माण कार्य को 15 माह में पूर्ण करने के निर्देश दिए थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने नागौर, टोंक और करौली जिले में 10 अक्टूबर से निर्माण कार्य शुरू करने के निर्देश दिए थे। हालांकि मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए राजमेस की ओर से गत दिनों ही निविदा जारी की जा चुकी है। मेडिकल कॉलेज के लिए १३९ करोड़ रुपए स्वीकृत किए जा चुके हैं, लेकिन मामला फाइनेंशियल बीड में अटकने से कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है।
खटकने लगी कमी
जिले में कोरोना की दो लहर के प्रकोप के बाद इन दिनों डेंगू व वायरल के प्रकोप से सबसे बड़े अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों के लिए पलंग मिलना मुश्किल हो रहा है। वहीं निजी अस्पतालों में भी मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। ऐसे में कॉलेज का कार्य समय पर पूरा होने पर लोगों को राहत मिलेगी।
अभी यह स्थिति
कोटा से जयपुर के बीच टोंक जिले में एक भी सुपर स्पेशियलिटी सुविधा वाला एक भी अस्पताल नहीं है। वहीं सआदत अस्पताल में १७५ व जनाना अस्पताल में १०० बेड की सुविधा है, लेकिन मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण गत दिनों भी बेड बढ़ाने पड़े थे। वहीं सआदत अस्पताल में २१ चिकित्साधिकारी व विशेषज्ञों के पद रिक्त है।
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