खटकने लगी कमी
जिले में कोरोना की दो लहर के प्रकोप के बाद इन दिनों डेंगू व वायरल के प्रकोप से सबसे बड़े अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों के लिए पलंग मिलना मुश्किल हो रहा है। वहीं निजी अस्पतालों में भी मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। ऐसे में कॉलेज का कार्य समय पर पूरा होने पर लोगों को राहत मिलेगी।
अभी यह स्थिति
कोटा से जयपुर के बीच टोंक जिले में एक भी सुपर स्पेशियलिटी सुविधा वाला एक भी अस्पताल नहीं है। वहीं सआदत अस्पताल में १७५ व जनाना अस्पताल में १०० बेड की सुविधा है, लेकिन मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण गत दिनों भी बेड बढ़ाने पड़े थे। वहीं सआदत अस्पताल में २१ चिकित्साधिकारी व विशेषज्ञों के पद रिक्त है।
जिले में कोरोना की दो लहर के प्रकोप के बाद इन दिनों डेंगू व वायरल के प्रकोप से सबसे बड़े अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों के लिए पलंग मिलना मुश्किल हो रहा है। वहीं निजी अस्पतालों में भी मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। ऐसे में कॉलेज का कार्य समय पर पूरा होने पर लोगों को राहत मिलेगी।
अभी यह स्थिति
कोटा से जयपुर के बीच टोंक जिले में एक भी सुपर स्पेशियलिटी सुविधा वाला एक भी अस्पताल नहीं है। वहीं सआदत अस्पताल में १७५ व जनाना अस्पताल में १०० बेड की सुविधा है, लेकिन मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण गत दिनों भी बेड बढ़ाने पड़े थे। वहीं सआदत अस्पताल में २१ चिकित्साधिकारी व विशेषज्ञों के पद रिक्त है।