इधर, पायलट ने कहा कि सभी को वैक्सीन जरूर लगानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान दुनिया का वैक्सीन निर्माता का सबसे बड़ा देश है, लेकिन अजीब बात और विडम्बना पैदा हो गई कि एक ही दवा के तीन-तीन दाम है। जब देश में सीमेंट, स्टील और हवाई यात्रा नियंत्रण हो सकता है तो जान बचाने वाली दवा के दाम का नियंत्रण क्यों नहीं हो सकता। कम्पनी को मुनाफा कमाना ही है तो वक्त को देखकर कमाए, जो हो रहा है वो बेमानी है।
वो कम्पनी अन्य दवाइयों में मुनाफा कमाए। उन्होंने कहा कि वर्ष 1947 से लेकर आज तक भारत सरकार ने सभी जगह दवा उपलब्ध कराई है। इसमें भी उपलब्ध कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि केन्द्र से राज्यों को आवंटन की प्रक्रिया पारदर्शी हो तो किसी प्रकार की कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अभी समय नहीं है राजनीति का।
ऐसे में सबको मिलकर इस जंग से लडऩा है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन पूरी तरह से उपलब नहीं हो पा रही है। उत्पादक सप्लाई नहीं कर पा रहे हैं। एक मई को जो आनी तो उसे 15 मई तक आने का कहा गया है। उन्होंने कहा कि टोंक में जो ऑक्सीजन की कमी थी उसे पूरा किया है। किशनगढ़ समेत अन्य स्थानों से 100 सिलेंडर टोंक पहुंचे हैं।
15 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर जिले को मिले हैं। इनमें से टोंक सआदत अस्पताल में 9 कंस्टे्रटर तथा 6 ब्लॉक मुख्यालय को मिलेंगे। इस दौरान कांग्रेस निवर्तमान जिलाध्यक्ष लक्ष्मण चौधरी गाता, सऊद सईदी, नगर परिषद सभापति अली अहमद, हंसराज गाता आदि मौजूद थे।