बैठक में पार्षदों ने कार्य शैली पर चर्चा करते हुए एक स्वर में पालिका अधिशासी अधिकारी की कार्यशैली के प्रति विरोध प्रकट किया। वहीं पालिका अध्यक्ष ने अधिशाषी अधिकारी को बैठक में बुलाया गया, लेकिन अधिशाषी अधिकारी ने बैठक में आने से इनकार कर दिया।
वहीं बैठक में पार्षदों ने पालिका अधिशासी अधिकारी झिंगोलिया के खिलाफ निन्दा प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री, स्वायत्त शासन मंत्री, निदेशक स्वायत्त शासन निदेशक, जिला कलक्टर एवं उपखण्ड अधिकारी के नाम ज्ञापन प्रेषित अवगत कराया कि वर्तमान अधिशासी अधिकारी अनिल कुमार झिंगोनिया ने 8 सितम्बर को ही पालिका के अधिशासी अधिकारी के पद का कार्यभार ग्रहण किया है।
वहीं 2 अक्टूबर से प्रशासन शहरों के ंसग अभियान को लेकर तैयारी शिविरों का आयोजन वार्ड वाइज किया जा रहा है, जिसमें बुधवार को पालिका कार्यालय में वार्ड नम्बर 15 व 16 के लिए तैयारी शिविर का आयोजन किया गया, लेकिन इस शिविर में अधिशासी अधिकारी स्वयं अनुपस्थित रहे। वहीं अधिशासी अधिकारी से उक्त मामले में सम्पर्क करने के लिए कई प्रयास किया गया, मोबाइल रीसिव नहीं किया।
अधिशाषी अधिकारी अनिल झिंगोनिया का कहना था कि पार्षदों की बैठक पर्सनल थी उन्हें बुलाया गया था। बैठक में पहुंचा तो पार्षदों ने कहा कि यह पर्सनल बैठक है। इस पर वह वापस अपने चेम्बर में आ गए। इसके बाद दोबारा पालिका अध्यक्ष द्वारा बुलाया गया तो में नहीं गया। पार्षदों द्वारा लगाया गया आरोप गलत है सरकारी कार्यालय है इसमें आने जाने पर किसी की रोक नही है। सभी आ जा सकते है।