उन्होंने बताया कि टोडारायसिंह मण्डी में कार्यरत कृषि जिंस के संयुक्त अनुज्ञापत्र धारी व्यापारी तथा व्यापारी अनुज्ञापत्र धारी व्यापारियों को अब तक कृषि उपज मण्डी मालपुरा के तहत निरंतर विक्रय पर्ची उपलब्ध कराई जाती रही है जिससे पिछले चार वर्षो में मण्डी टैक्स में 10 लाख रूपए से बढकऱ करीब एक करोड़ वार्षिक आय प्राप्त हुई है, लेकिन मण्डी प्रशासन की मनमानी के बीच पिछले तीन-चार माह से उन्हें कृषि जिंसों की खरीद-फरोख्त के लिए मण्डी के तहत क्रय-विक्रय पर्चियां देना बंद कर दिया है।
जिससे मण्डी की आय घटने के साथ कार्यरत व्यापारियो के समक्ष किसान का माल विक्रय करना मुश्किल हो रहा है। इसको लेकर कई बार मण्डी प्रशासन को अवगत कराया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की गई। जबकि उपखण्ड क्षेत्र में सरसों की अच्छी पैदावार होने से बम्पर आवक हो रही है। खरीद नहीं होने से किसान परेशान है। इससे नाराज होकर व्यापारी व किसानों ने मण्डी के मुख्य गेट बंद कर विरोध प्रदर्शन किया तथा सांकेतिक धरना दिया।
सूचना पर तहसलीदार मनमोहन गुप्ता व संतकुमार जैन मौके पर पहुंचे तथा व्यापारियों की समस्याए सुनी तथा शीघ्र मण्डी प्रशासन से बात कर समस्या का निस्तारण का आश्वासन दिया। इस दौरान व्यापारियों ने व्यापार मण्डल अध्यक्ष अरूण सर्राफ की अगुवाई में ज्ञापन सौंपा तथा मण्डी के व्यापारियों को विक्रय पर्ची जारी करने के साथ घोषित मण्डी परिसर में शीघ्र दुकानों का आवंटन कराने तथा व्यापारी व किसानों की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की। इस दौरान व्यापारी राजेश मोडकिया, जगन्नाथ मोदी, बद्रीलाल मोदी, सुनील जैन, पारस जैन, योगेन्द्र जैन, रामनिवास सैनी, राकेश, मदनलाल साहू, जितेन्द्र, छोटूलाल, कालूराम समेत अन्य व्यापारी मौजूद थे।