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पारा@ 45 के पार: टोंक में आसमान से बरस रही आग, लू के थपेडा़ें से सडक़ों पर पसरा सन्नाटा

locationटोंकPublished: May 23, 2018 04:46:09 pm

Submitted by:

pawan sharma

गर्मी का सितम इस कदर बढ़ रहा है कि दोपहर तो दूर की बात सुबह 8 बजे की गर्मी असहनीय साबित हो रही है।
 

Summer's Summer

टोंक. भीषण गर्मी ने जिले हाइवे समेत सभी सडक़ों पर दोपहर में अघोषित कफ्र्यू लगा दिया है। शहर का तापमान मंगलवार को 45 डिग्री रहा।

टोंक. भीषण गर्मी ने जिले हाइवे समेत सभी सडक़ों पर दोपहर में अघोषित कफ्र्यू लगा दिया है। शहर का तापमान मंगलवार को 45 डिग्री रहा। ऐसे में सुबह 9 बजे से ही आसमान से आग बरसने लगी। हाइवे पर सुबह 10 बजे बाद से ही वाहनों की आवाजाही कम हो गई। लम्बी दूरी पर चलने वाले चालकों ने भी अपने ट्रक हाइवे किनारे स्थित ढाबों तथा होटलों के समीप खड़े कर दिए और शाम तक आराम किया। इसके बाद शाम से अलसुबह तक हाइवे पर वाहनों की अधिक आवाजाही रही।
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ठण्डे पेय पदार्थ से मिल रही राहत
देवली . शहर में मंगलवार को इस सीजन का सर्वाधिक तापमान रहा। दोपहर पौने 3 बजे तापमान 44 डिग्री जा पहुंचा। ऐसे में घर से बाहर निकलते ही भट्टी की तपन जैसा अहसास हुआ। गर्मी का सितम इस कदर बढ़ रहा है कि दोपहर तो दूर की बात सुबह 8 बजे की गर्मी असहनीय साबित हो रही है।
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सुबह 9 बजे भी धूप बेहद तेज हो रही है, जो झुलसाने वाली है। स्थिति यह है कि सुबह 11 बजे से तापमान लगातार परवान चढ़ रहा है। दोपहर 12 से 4 बजे की अवधि में राष्ट्रीय राजमार्ग, शहर का मुख्य बाजार, कॉलोनियां व गलियां वीरान हो रही है। दोपहर को सन्नाटा पसरे रहने के साथ इक्के-दुक्के लोग ही दिखाई देते हंै। भट्टी सी तपती गर्मी से बचने के लिए लोग मुंह पर दुपट्टा बांधकर ही निकल रहे हैं।
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साथ ही घरों में कूलर व एसी पूरे समय तक चल रहे हैं। भीषण व झुलसाने देने वाली गर्मी के चलते लोग ठण्डे पेय पदार्थों से राहत पाने का प्रयास कर रहे हैं। इनमें गन्ने का रस, फलों के ज्यूस, तरबूज, खरबूजा, श्रीखण्ड, छाछ, लस्सी, दही आदि सर्वाधिक उपयोगी साबित हो रहे हैं।
गर्मी सेे पेड़-पौधे आदि झुलस रहे है तो, मवेशी दिनभर पीने के पानी के भटक रहे। वहीं ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोग पार्कों में सुस्ताते नजर आए। चिकित्सकों का कहना है कि तापमान बढऩे के साथ ही लू व तापाघात बढऩे की सम्भावना अधिक रहती है। इससे बचने के लिए दिनभर पानी का सेवन, धूप में सिर ढककर निकलना व कैरी पानी उपयोगी है।
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