सबके विकास का रखा है ध्यान
केन्द्रीय बजट में भाजपा के सबका साथ-सबका विकास के मूल उद्देश्य को ध्यान में रखा है। बजट पढऩे के बाद कहा जा सकता है कि इससे निम्न, मध्यम वर्ग के व्यापारी, लघु किसान, उद्योगपति सहित सभी वर्गो का ध्यान रखा है। वहीं महिलाओं को आगे बढऩे के अवसर देने की कई योजनाए बनाई है। वित्त से जुड़े सभी निर्णय व्यापारी व आमजन के हित के है।
प्रभुलाल सैनी, पूर्व कृषि मंत्री, राजस्थान।
केन्द्रीय बजट समानता का बजट दिख रहा है। इसमें मध्यम व निम्न वर्ग का विशेष ख्याल रखा गया है। इसमें खासकर कमजोर तबके के किसानों को हित लग रहा है। वहीं नए स्टार्टअप को इससे प्राथमिकता मिलेगी। बजट में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने छोटे व मध्यम वर्ग के व्यापार के लिए 59 मिनट में लोन पास करने का निर्णय सराहनीय है।
डॉ. महेश जिन्दल, चिकित्सक, महेश नर्सिंग होम, देवली।
केन्द्रीय बजट मेंं केन्द्र सरकार ने सभी खासकर वर्गो का ध्यान रखा है। इसमें किसानों, व्यापारियों, मध्यम गर्व व बेरोजगारों के लिए अच्छी योजनाएं बनाई है। शुक्रवार को पेश किए आम बजट से देश के आमजन को फायदा होगा।
सत्यनारायण धाकड़, पूर्व अध्यक्ष अभिभाषक संघ, देवली।
बजट में पेट्रोल व डीजल पर एक रुपए का अतिरिक्त कर लगाया गया है। इसकी आड़ में अनावश्यक महंगाई बढ़ाकर आमजन पर भार डालना शुरू हो जाएगा। कई बार देखा गया है कि पेट्रोल व डीजल की सामान्य दर बढऩे पर भी इसका विपरीत असर बाजार पर देखा जाता है।
महावीर नामा, वित्तीय जानकार, देवली।
दूसरी बार सत्ता में आई केन्द्र सरकार का बजट असंतुलित है। इसमें टैक्स में छूट देकर मध्यम वर्ग को फायदा पहुंचाया है, लेकिन शिक्षा के योजना व रोडमेप नहीं बनाया है। इसमें बेरोजगारों को बजट से निराशा हुई है। बजट में रोजगार से सम्बधित बड़ी घोषणा नहीं हुई है। लेकिन अहम् बात यह है कि पेश किया बजट का रोडमैप आगामी एक दशक के अनुकूल है।
मोहम्मद इदरिश, महाविद्यालय संचालक, देवली।
मध्यम वर्ग के लोगों की अनदेखी
मालपुरा . बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व पंचायत समिति सदस्य भंवर मुवाल ने बताया कि बजट किसानों के लिए संतुलित है, लेकिन बजट में मध्यम वर्ग के लोगों की अनदेखी की गई है। डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ाकर सरकार ने महंगाई बढ़़ाने के द्वार खोले हैं, वहीं बेरोजगारों के लिए बजट में सरकार की ओर से कोई प्रावधान नहीं रखा।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष डा. अकित जैन ने बताया कि बजट गरीबों को राहत दी गई है। बजट संतुलित नहीं होने से मध्यम वर्गीय वर्ग के लोगों को कोई लाभ नहीं मिल पाएगा। वहीं बजट विकास की दृष्टि से मील का पत्थर साबित होगा।
मालपुरा पालिकाध्यक्ष आशा नामा ने बताया कि बजट पूरी तरह से आम जन विरोधी है। बजट महंगाई बढ़ाने वाला साबित होगा। उन्होंने बताया कि देश में पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छूने से महंगाई काफी बढ़ी हुई है। बजट में सरकार ने इन दोनो पर टेक्स लगाकर आम जन की कमर तोड़ी है।
कांगे्रस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष कैलाश सोनी ने बताया कि असंतुलित बजट से आम आदमी प्रभावित होगा। बजट के कारण शेयर मार्केट पर भी विपरीत प्रभाव पड़ा है। केन्द्र सरकार ने बजट में आटो पार्टस, लक्जरी सामान पर कर बढ़ाकर व सोने चांदी पर सीमा शुल्क बढ़ाने से आम जन पर विपरीत असर पड़ेगा। महंगाई बढ़ेगी।
नोटरी पब्लिक के रूप में कार्य कर रहे पूर्व सरपंच एवं अभिभाषक संघ अध्यक्ष एडवोकेट रघुवीर सिंह आखतड़ी ने बताया कि बजट संतुलित है। बजट गरीबी को दूर कर गरीबों के उत्थान का काम करेगा। बजट में किसान, गांव एवं गरीब को तरजीह दी गई है।
गांवों का होगा विकास
केन्द्र सरकार ने इस बजट में गांवों के विकास पर ध्यान दिया है। ग्राम पंचायत को नेट की सुविधा के साथ ग्रामीणों को साक्षर करने की बात कही गई है। ये अच्छी बात है कि सरकार गांवों पर ध्यान दे रही है। साथ ही 2 करोड़ लोगों को साक्षर करने का कदम सरकार का सराहनीय है।
रतन लाल किसान, बमोर
पेट्रोल-डीजल आज की जरूरत में शामिल है। सरकार ने इनकी ही दर बढ़ा दी। बजट घोषणा के अनुसार अब पेट्रोल अब एक रुपए और महंगा होगा। जबकि पहले से ही पेट्रोल की दरे आसमान छू चुकी है। सरकार से उम्मीद थी कि वो इस बजट पेट्रोल सस्ता करेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
अकबर खान, समाज सेवी
केन्द्र सरकार ने बजट में पर्यटन स्थलों को विकसित करने पर जोर दिया है। इससे जिले के लिए भी कई आयाम खुलेंगे। टोंक समेत हाथीभाटा व टोडारायसिंह में पर्यटन की असीम सम्भावनाएं हैं। इस बजट के अनुसार उम्मीद है कि जिले को भी पर्यटन नक्शे पर देखा जा सकेगा।
नरेश बसंल ,भाजपा नेता
सडक़ों के लिए जो बजट घोषणा हुई है, वो सरकार का अच्छा कदम है। बजट में सडक़ों के लिए 80 हजार 250 करोड़ खर्चकरने की बात कही गईहै। इससे जर्जर सडक़ों से मुक्ति मिलेगी।
केदार विजय, दुकानदार