script

साधना करने से तप तन को तपाएगा और मंत्र मन को – मनीष सागर

locationटोंकPublished: Nov 29, 2021 09:17:14 am

Submitted by:

pawan sharma

धर्म सभा को संबोधित करते हुए युवा मनीषी मनीष सागर ने कहा कि किसी को तन की समस्या है तो किसी को मन की समस्या का समाधान तपस्या है।

साधना करने से तप तन को तपाएगा और मंत्र मन को - मनीष सागर

साधना करने से तप तन को तपाएगा और मंत्र मन को – मनीष सागर

मालपुरा. श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ जयपुर के तत्वावधान में श्री जिनकुशलसुरि दादाबाड़ी में अध्यात्मयोगि महेन्द्रसागर युवामनीषी मनीषसागर एवं मरुधर ज्योति मणिप्रभाश्री आदि ठाणा की निश्रा में उपधान तक की 51 दिन की तपस्या का शुभारंभ रविवार को भगवान की शोभा यात्रा एवं तपस्वीयोंं के जुलूस के साथ शुरू हुआ। इस अवसर पर आयोजित धर्म सभा को संबोधित करते हुए युवा मनीषी मनीष सागर ने कहा कि किसी को तन की समस्या है तो किसी को मन की समस्या का समाधान तपस्या है।
तप सब धर्मों का सार है। हर साधना और सिद्धी का आधार है। तप के साथ मंत्र साधना करने से तप तन को तपाएगा और मंत्र मन को। उन्होंने कहा कि तन मन के विकारों का उद्वेय विलय का क्रम जीवनभर चलता रहता है। जिसने जीवन में तपस्या की आदत डाली उसके विकारों की बेतरणी से धीरे धीरे वह पार पा जाएगा। उन्होंने कहा कि बालों का सफेद होना उम्र का तकाजा है पर मन का स्वच्छ सफेद होना बहुत बड़ी साधना है।
मन तो उस कोयले की तरह है जिसे किसी साबुन से नहीं तप की आग से जलाकर ही सफेद किया जा सकता है। दोपहर में भगवान की शोभायात्रा एवं तपस्या में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं की शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ निकाली गई जो दादाबाड़ी से प्रारंभ होकर ऋषभदेव मंदिर एवं जतिजी के मंदिर दर्शन करते हुए शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई दादाबाड़ी पहुंची।

जहां पर श्री जैन श्वेतांबर खतरगच्छ संघ के अध्यक्ष प्रकाश चंद लोढा, सचिव देवेंद्र मालू, संयोजक प्रकाश चंद कोठारी, राजकुमार बेगानी, अशोक कुमार कोचर, सोहन सकलेचा बाड़मेर, विजय गोलेछा, महेंद्र भाई सहित कईं लोगों ने संतों का एवं तपस्वीयोंं का केसर एवं पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया।
इससे पूर्व सुबह श्री दादा जिन कुशल सूरी गुरुदेव की बड़ी पूजा का आयोजन किया गया। जिसमें इंदौर के प्रसिद्ध गायक लवेश बुरड एवं हिमांशु बुरड ने मंत्रोचार के साथ संतों के सान्निध्य में बड़ी पूजा का आयोजन किया गया। वहीं 2 दिसम्बर को मुमुक्षु मयंक लोढ़ा राजनांदगांव, मानस गोलेछा कोंडागांव, रानी खजांची बालाघाट , गीतेश लालवानी रायपुर संयम कोटडिया मुंगेली दीक्षा लेंगे। एक दिसम्बर को मुमुक्षोओं का वरघोड़ा व्यास सर्कल, से दादाबाड़ी तक सुबह 9 बजे रवाना होगा व दीक्षा वरघोडा में आचार्य पियूष सागर के सान्निध्य में दीक्षा लेने वाले मुमक्षु भी शामिल होंगे।

ट्रेंडिंग वीडियो