बैठक में जफर मियां, दिनेश जैन, धर्मचंद जैन, कालू बैरागी, अशोक कुशवाह, राजेन्द्र अग्रवाल, जाहिद खान, जाकिर, मियां, हेमन्त नामा आदि ने आरोप लगाया कि कस्बे स्थित बस स्टैण्ड पर कई वर्षों से रोडवेज बसों का संचालन नहीं हो रहा है। जबकि रोडवेज बसों के चालक-परिचालकों की हठधर्मिता के चलते बसों का संचालन अम्बेडकर सर्कल उनियारा तिराहे व कस्बे से करीब एक किलोमीटर दूर टोंक-सवाईमाधोपुर हाइवे बायपास से किया जा रहा है।
जबकि कस्बेवासियों द्वारा निगम के अधिकारियों को अलीगढ बस स्टैण्ड पर निगम की बसों का संचालन नहीं होने की समस्या के बारे कई अवगत कराने के बावजूद भी निगम के अधिकारियों के समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया।
चालक-परिचालक मनमानी करते हुए अलीगढ़ स्टैण्ड पर रोडवेज बसों का संचालन नहीं कर उनियारा तिराहे व बायपास से बसों का संचालन कर रहे हैं। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
रात के समय महिलाओं को खासी परेशानी सामना करना पड़ता रहा है। अलीगढ़ तहसील व पंचायत समिति मुख्यालय होने के बावजूद भी वर्षों से बस स्टैण्ड का निर्माण होने के साथ यात्रियों के ठहराव के लिए धर्मशाला भी बनी हुई। इसके बावजूद भी कस्बे सहित आसपास के दर्जनों ग्रामीण क्षेत्रों के गांवों के ग्रामीणों का यात्रा के लिए अलीगढ़ बस स्टैण्ड से बसों में सवार होकर यात्रा करने का एक प्रमुख केन्द्र है।
कस्बेवासियों सहित ग्रामीण क्षेत्रों के ग्रामीणों को जयपुर, अजमेर, कोटा, उदयपुर सहित अन्य जिला मुख्यालय व तहसील मुख्यालय पर अपने कार्य व यात्रा करने के लिए अलीगढ़ बस स्टैण्ड पर बसों के संचालन के समय यात्रा करने में आसानी होती थी, लेकिन कुछ वर्षों से बस स्टैण्ड पर रोडवेज बसों का संचालन नहीं होने से उनियारा तिराहे जाकर बसों में बैठकर यात्रा करने के लिए मजबूरन होना पड़ता है।
बैठक में कस्बेवासियों ने अलीगढ़ बस स्टैण्ड पर बसों का संचालन करने की मांग की है। संचालन की समस्या समाधान नहीं होने पर आन्दोलन की चेतावनी दी गई। उन्होंने थानाधिकारी गोविन्द सिंह राठौड़ को बुलाकर उन्हें निगम के मुख्यप्रबंधक के नाम ज्ञापन सौंपा। थानाधिकारी ने बस स्टैण्ड व बाजार में दुकानों के बाहर खड़े रहने वाले दूपहिया व चौपहिया वाहनों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।