जाम तीन घंटे बाद खोला गया। इसके चलते सडक़ के दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गई। जलदाय विभाग की ओर सुचारू एवं समय पर पेयजल उपलब्ध कराने, खराब हैडपम्पों व टूटे नाले की मरम्मत की मांग को लेकर दूनी रैगर-बैरवा बस्ती के ग्रामीणों ने दूनी-घाड़ मार्ग पर पत्थर व झाडिय़ां लगा जाम लगा दिया। विभाग के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
बाद में तहसीलदार व थानाप्रभारी ने समझाइस कर दो घंटे बाद जाम खुलवा मार्ग सुचारू कराया। ग्रामीण प्रहलाद रैगर, पंकज सहित अन्य ने बताया कि कई बार कर्मचारियों व अधिकारियों को अवगत कराए जाने के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है।
इधर, चांदसिंहपुरा के युवाओं, महिलाओं एवं पुरुषों ने पेयजल एवं बिजली समस्याओं को लेकर दूनी-घाड़ मार्ग पर पत्थर एवं झाडिय़ां लगाकर जाम कर दिया। मौके पर पहुंचे तहसीलदार एवं थानाप्रभारी ने समझाइस का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण जलदाय एवं बिजली निगम के अभियंताओं को मौके पर बुलाने पर अड़े रहे।
इसके बाद मौके पर ही ग्रामीणों की अधिकारियों से मोबाइल फोन पर वार्ता करा जल्दी ही समस्याओं का निराकरण करने का आश्वासन दिया। इसके बाद बाद जाम खुला। वार्ड पंच ईश्वरसिंह सोलंकी, प्रेमलाल गुर्जर, रामसिंह सोलंकी, बाबूलाल खाती ने बताया कि जगह-जगह हाइटेंशन लाइन के तार झूले हुए हैं।
इससे गत दिनों एक बालक की मौत भी हो गई, लेकिन निगम की ओर से तारों को ऊपर नहीं बांधा गया। वहीं बीसलपुर परियोजना का पानी नहीं मिलने से ग्रामीणों को दूर-दराज से पेयजल लाकर प्यास बुझानी पड़ रही है।
सबसे अधिक परेशानी मवेशियों को लेकर हो रही है।
पुलिस और ग्रामीणों में हुई तनातनी
दूनी के रैगर-बैरवा बस्ती के लोगों ने भी अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाने के बाद पुलिस व ग्रामीणों के बीच तनातनी भी हुई। ग्रामीणों ने समस्याओं का निस्तारण नहीं होने पर फिर से जाम लगाने की चेतावनी दी। रैगर-बैरवा बस्ती व चांदसिंहपुरा ग्रामीणों की ओर दूनी-घाड़ मार्ग पर जाम लगाए जाने की सूचना पर जाम स्थल को लेकर पुलिस व प्रशासन असमंजस में पड़ गए। थानाप्रभारी मय दूनी की रैगर-बैरवा बस्ती में पहुंच समझाइस कर जाम खुलवा दिया, लेकिन चांदसिंहपुरा गांव में जाम लगाने की सूचना मिली तो उनको समझ में आया कि जाम दो जगह लगा है। बाद में चांदसिंहपुरा जाकर जाम खुलवाया।