वही पंचायत समिति सदस्य की ओर से चांदङ्क्षसहपुरा महिला पटवारी के खिलाफ किसानों के कार्य नहीं कर झूठे मामले में फंसाने की धमकी देने की शिकायत पर एसडीओ गोयल ने तहसीलदार को जांचकर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। वहीं इस दौरान शिकायत पर स्पष्टीकरण मांगे जाने पर महिला पटवारी एसडीओ गोयल के समक्ष ही सुबकने लगी।
उल्लेखनीय है कि एसडीओ गोयल की अध्यक्षता एवं देवली विकास अधिकारी मुकेश पोरवाल, तहसीलदार रामङ्क्षसह मीणा, सरपंच भवानीशंकर बैरवा सहित अधिकारियों की मौजूदगी में आयोजित जनसुनवाई में ग्रामीणों ने भीषण गर्मी में पेयजल एवं बिजली पूर्णतया सुचारू दिए जाने, सरपंच भवानीशंकर बैरवा ने रोड़वेज बसों का संचालन शुरू कराने, वार्डपंच ऋतु मुन्दड़ा, अभिषेक गोठवाल ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दूनी में महिला चिकित्सक लगाने के साथ रिक्त पदों को भरने सहित विभिन्न कस्बे की समस्याओं का निराकरण की मांग करने पर एसडीओ ने सम्बंधित विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत कराने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर डॉ. सुरेश मीणा, डॉ. विवेक आनन्द, सहायक कृषि अधिकारी रामअवतार उपाध्याय, विद्युत निगम कनिष्ठ अभियंता संदीप श्रीवास्तव अन्य अधिकारी-कर्मचारी थे।
आरोप निराधार
उल्लेखनीय है कि जनसुनवाई के दौरान पंचायत समिति सदस्य प्रेमलाल गुर्जर ने चांदङ्क्षसहपुरा महिला पटवारी अंतिमा खण्ड़ेलवाल के खिलाफ एसडीओ को दी लिखित शिकायत में बताया की महिला पटवारी एक वर्ष से किसानों के नामातंरण खोलने सहित अन्य कार्य नहीं कर रही, साथ ही वह किसानों को निजी आवास बुला झूठे मामले में फंसाने की धमकी दे रही है। वहीं कार्यालय में नहीं बैठने से किसानों सहित ग्रामीणों के कार्य अटके पड़े है। लिखित शिकायत मिलने पर एसडीओ गोयल ने महिला पटवारी को बुलाकर स्पष्टीकरण मांगा तो वह सुबकने लगी और उसने लगाए आरोप निराधार बता कहा की आयोजित होने वाली बैठकों में भाग लेकर किसानों के कार्य कर रही हूं। इसके बावजूद कुछ लोग अभद्रता कर परेशान कर रहे है।
उल्लेखनीय है कि जनसुनवाई के दौरान पंचायत समिति सदस्य प्रेमलाल गुर्जर ने चांदङ्क्षसहपुरा महिला पटवारी अंतिमा खण्ड़ेलवाल के खिलाफ एसडीओ को दी लिखित शिकायत में बताया की महिला पटवारी एक वर्ष से किसानों के नामातंरण खोलने सहित अन्य कार्य नहीं कर रही, साथ ही वह किसानों को निजी आवास बुला झूठे मामले में फंसाने की धमकी दे रही है। वहीं कार्यालय में नहीं बैठने से किसानों सहित ग्रामीणों के कार्य अटके पड़े है। लिखित शिकायत मिलने पर एसडीओ गोयल ने महिला पटवारी को बुलाकर स्पष्टीकरण मांगा तो वह सुबकने लगी और उसने लगाए आरोप निराधार बता कहा की आयोजित होने वाली बैठकों में भाग लेकर किसानों के कार्य कर रही हूं। इसके बावजूद कुछ लोग अभद्रता कर परेशान कर रहे है।