उल्लेखनीय है कि ओर से राजफेड की ओर से कृषि मण्डी परिसर में क्रय-विक्रय सहकारी समिति की ओर समर्थन मूल्य पर चने, सरसों व गेहंू की खरीद की जा रही है। इसके तहत किसानों के मोबाइल पर पंजीयन अनुसार मैसेज भी आ रहे हैं। मैसेज मिलने के बाद ही किसान जिंस लेकर समर्थन मूल्य के कांटे पर पहुंच रहे हैं। इसके बाद किसानों की जिंस खरीदी जा रही है। समर्थन मूल्य पर गेहूं 1635, चना 4400 व सरसों 4000 रुपए प्रति क्विंटल भाव निर्धारित है।
अब तक करीब 8 हजार कट्टों की खरीद
क्रय-विक्रय सहकारी की ओर से अब तक सरसों व चने के करीब 9 हजार कट्टों की खरीद की जा चुकी है। गेहूं की आवक अभी भी समर्थन मूल्य पर नहीं हो पाई। हालंाकि किसान गेहूं लेकर मण्डी आ तो रहे हैं, लेकिन मण्डी में खुली बोली व समर्थन मूल्य के भाव में अन्तर अधिक नहीं होने से किसान गेहूं को सीधे ही मण्डी में बेच रहे हैं।
क्रय-विक्रय सहकारी की ओर से अब तक सरसों व चने के करीब 9 हजार कट्टों की खरीद की जा चुकी है। गेहूं की आवक अभी भी समर्थन मूल्य पर नहीं हो पाई। हालंाकि किसान गेहूं लेकर मण्डी आ तो रहे हैं, लेकिन मण्डी में खुली बोली व समर्थन मूल्य के भाव में अन्तर अधिक नहीं होने से किसान गेहूं को सीधे ही मण्डी में बेच रहे हैं।
जबकि सरसों व चना समर्थन मूल्य केन्द्र पर ला रहे है। सहकारी समिति की ओर से खरीदे गए जिंस को सरकारी वेयर हाउस में रखवाया जा रहा है। इसके तहत ही वेयरहाउस कर्मियों ने जिंस को नियमों के अनुरूप हल्की बताते हुए लौटा दिए।
सर्वेयर नहीं होने से लौटाए
‘वेयर हाउस में सर्वेयर नहीं होने से चने व सरसों के कट्टे लौटाए हैं। हालांकि लौटाए गए कट्टों को ग्रेडिंग मशीन से सफाई कराने के बाद फिर से वैयरहाउस में जमा कराया जाएगा।’
शीतल तर्क, क्रय- विक्रय सहकारी समिति मैनेजर टोंक।
‘वेयर हाउस में सर्वेयर नहीं होने से चने व सरसों के कट्टे लौटाए हैं। हालांकि लौटाए गए कट्टों को ग्रेडिंग मशीन से सफाई कराने के बाद फिर से वैयरहाउस में जमा कराया जाएगा।’
शीतल तर्क, क्रय- विक्रय सहकारी समिति मैनेजर टोंक।