कंट्रोल रुम के अनुसार सोमवार शाम 6 .00 बजे बांध के छह गेट जिसमें चार गेट दो-दो मीटर व दो गेट एक-एक मीटर तक खोल कर बनास नदी में प्रति सेकंड 8 4 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही थी। मंगलवार सुबह 7 बजे तक दो गेट बंद करते हुए चार गेट डेढ़-डेढ़ मीटर तक खोलकर बनास नदी में प्रति सेकंड 36 हजार 6 0 क्यूसेक पानी की निकासी रख दी गई।
सुबह 10 बजे तक चार गेट एक-एक मीटर तक खोलकर बनास नदी में पानी की निकासी 24 हजार क्यूसेक कर दी गई । वहीं दोपहर 12 बजे तक बांध के दो गेट एक-एक मीटर खोलकर बनास नदी में 12 हजार 20 क्यूसेक पानी की निकासी जारी रहा, जिसे मंगलवार शाम 6 .30 बजे वापस पानी की निकासी घटाकर दो गेट आधा-आधा मीटर तक रखते हुए पानी की निकासी 6 हजार 10 क्यूसेक कर दी गई।
बीसलपुर का पानी टोरडी सागर में डालने की मांग
पीपलू (रा.क.)। बीसलपुर किसान संघर्ष समिति झिराना ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन देकर बीसलपुर बांध का ओवरफ्लो पानी टोरडी सागर में डालने की मांग की। संघर्ष समिति के जाकिर हुसैन ने बताया कि चुनावों के समय सरकार बनने पर उक्त मांग को पूरी करने का आश्वासन किसानों को दिया गया था।
पीपलू (रा.क.)। बीसलपुर किसान संघर्ष समिति झिराना ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन देकर बीसलपुर बांध का ओवरफ्लो पानी टोरडी सागर में डालने की मांग की। संघर्ष समिति के जाकिर हुसैन ने बताया कि चुनावों के समय सरकार बनने पर उक्त मांग को पूरी करने का आश्वासन किसानों को दिया गया था।
पिछले एक माह से बीसलपुर बांध से लगातार पानी बनास नदी में छोड़ा जा रहा हैं। ऐसे में सरकार प्रयास करती तो टोरडी सागर अब तक भर चुका होता। उन्होंने बताया कि मानसून की बेरुखी के चलते यह बांध 2004 के बाद अपनी भराव क्षमता को नहीं छू सका है। ऐसे में बीसलपुर बांध के ओवरफ्लो पानी डाले जाने की मांग कई वर्षों से कर रहे हंै। ज्ञापन देने वालों में पूर्व सरपंच बद्रीलाल गुर्जर, नंदा गोरा, हरिनारायण, हीरालाल, गोपाललाल, हंसराज, रामनारायण, हंसराज बलाई, शंकरसिंह, हनुमान आदि शामिल रहे।