स्थिति यह है कि पिछले एक सप्ताह से व्यर्थ बहते पानी ने नाले से बहते हुए करीब एक किमी. क्षेत्र में सडक़ किनारे तलैया का रूप ले लिया है। उल्लेखनीय है कि गौरतलब है कि बीसलपुर से जयपुर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में जलापूर्ति को लेकर एक दशक पूर्व बीसलपुर (सुरजपुरा फिल्टर प्लांट) से दूदू वाया मालपुरा व निवाईं चाकसू वाया झिराना के लिए भूमिगत पाइप लाइन बिछाई गई थी, जिसमें कृषि उपज मण्डी से मालपुरा के मध्य सडक़ किनारे बिछाई गई भूमिगत पाइप लाइन में रतवाई, श्रीनगर, मोर, कृपाल भैरू, टोरडी समेत अन्य दर्जनों स्थानों पर पिछले छह माह से रिसाव में सैकड़ों गेलन पानी व्यर्थ बह रहा है।
जबकि विभाग प्रतिवर्ष लाखों रुपए लाइनों की देखरेख व मरम्मत कार्य पर खर्च करता रहा है। इधर, रतवाई, कूकड़ व कृपालभैरू के निकट सडक़ किनारे निरंतर बहते पानी से जगह-जगह गड्ढों ने तलैया का रूप ले लिया है। उक्त पानी से नजदीक खेतों के मालिक अनाधिकृत सिंचाई कर रहे है। जबकि क्षेत्रवासियों को पीने का पानी नसीब नहीं हो पा रहा है।
बीसलपुर पाइप लाइन टूटी, खेतों में भरा पानी
निवाई. जयपुर-कोटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर बीसलपुर की पेयजल पाइप लाइन गुरुवार को टूट जाने से पास के खेतों में पानी भर गया। इससे किसानों की फसलें नष्ट हो गई। इसके बावजूद मौके पर बीसलपुर परियोजना का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।
इससे आसपास के किसानों में विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के प्रति रोष व्याप्त हो गया। बीसलपुर परियोजना के सहायक अभियंता लोकेश जाखड़ ने बताया कि चाकसू पेयजल आपूर्ति की 6 00 एम एम पाइप लाइन के लीकेज की गुरुवार की दोपहर सूचना मिली थी। लीकेज मामूली है, जिसे शुक्रवार को ठीक करवा दिया जाएगा। इसके लिए पहले शटडाउन लेना पड़ेगा।