read more : संसद में उठा टोंक रेप केस जलसंसाधन विभाग कर्मचारी भरत शर्मा ने बताया कि पण्डित रामवतार शर्मा ने मंत्रोच्चार के साथ मोरी की पूजा अर्चना की, साथ ही बताया कि जिला परिषद सदस्य रुपचन्द आकोदिया, जीएसएस अध्यक्ष श्रवण माली,कांग्रेस अभाव अभियोग प्रकोष्ठ प्रदेश सचिव रवि कुमार शर्मा,
ब्लॉक महासचिव पंकज जैन ने चाबी से मोरी को खोल मध्य व साऊथ नहरों में पानी छोड़ा। इस दौरान भाजपा शक् ित केन्द्र प्रभारी विजय गौत्तम, बांध जल वितरण समिति सदस्य पूसाराम साहू,गोपाल माली पटेल ,छीतरसिंह, शिवराज चौधरी, शिवकुमार पालीवाल समेत कई किसान उपस्थित थे।
read more : राजस्थान: कहीं छात्राएं मांग रहीं लाइसेंसी तमंचे, तो कहीं प्रधानमंत्री को भेजे जूतेबांध कर्मचारी ने बताया कि बांध का पौने बारह फीट गेज है। इससे करीब चार सौ हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी। साथ ही बताया कि नहरों से पानी को कमाण्ड क्षेत्र से बाहर सिंचाई करने व व्यर्थ पानी बहाने के मामले में किसान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
read more : सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया ने किया विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास14 दिन बाद भी नहीं पहुंचा माइनरों में पानीबनेठा. क्षेत्र के बीसलपुर बांध के कमाण्ड एरिया में स्थित कृषि तन में बीसलपुर बांध की नहरों में पानी छोडऩे के 14 दिन बाद भी नहीं पहुंचने से किसानों की बुवाई एवं सिंचाई में देरी हो रही है।
ग्रामीणों ने बताया कि बीसलपुर बांध की गोपालपुरा माइनर में पानी नहीं पहुंचने से सरसों की पिलाई के अभाव में फसलें सुखने के कगार पर आ गई है। वहीं रूपवास, गुदलिया, बनेठा सहित कई गांवों में गेहू व चने की फसलों में बुवाई का कार्य लम्बित होने से किसानों में मायूसी छायी हुई है।
किसानों ने बताया कि विभाग के अनुसार टेल क्षेत्र में सबसे पहले पानी पहुंचाने के निर्देश थे, लेकिन विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के चलते बीसलपुर बांध की नहरों में पानी छोडऩे के दो सप्ताह बाद भी नहरें पानी के अभाव में सुखी पड़ी रहने से किसानों में रोष व्याप्त है।
किसान महापंचायत के छात्र संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर चौधरी ने बताया कि टेल स्थित किसानों की अनदेखी की गई है। किसानों को पानी के लिए आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इसी प्रकार ढिकोलिया, भानपुरा, भीमगंज, पलाई, मोहम्मदगढ़ सहित कई माईनरों के टेल क्षेत्र के गांवों के किसानों के खेतों में पानी नहीं पहुंचने से किसान अपनी फसलों की बुवाई को लेकर पानी का इन्तजार कर रहे है।