इसके बाद किसानों ने अतिरिक्त जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। इसमें दूरभाष पर सम्भागीय आयुक्त ने किसानों को बीसलपुर बांध की नहरों में पानी छोडऩे के लिए जल्द ही बैठक का आयोजन कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद किसानों ने धरना स्थगित कर दिया। किसान महापंचायत के प्रदेश मंत्री रतनलाल खोखर, युवा प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर चौधरी, राजाराम जाट, गोपीलाल, नवरंग आदि ने बताया कि किसानों को सिंचाई के लिए पानी की सख्त जरूरत है।
इसका कारण है कि इस साल मानसून कमजोर रहा और जिले के बांध व तालाब समेत अन्य पोखर खाली ही रह गए। ऐसे में किसान सिंचाई के लिए पानी नहीं ले सकते। जबकि किसानों ने बुवाई कर दी है। अब उनके सामने सिंचाई की समस्या हो गई है। इसको लेकर पहले भी ज्ञापन सौंपे गए, लेकिन नहरों में पानी छोडऩे के लिए बैठक पर कार्यवाही नहीं की गई। ऐसे में किसान मंगलवार को टोंक पहुंच गए और धरना देने की तैयारी कर ली।