मौलाना सलाहुद्दीन कमर हाफिज, कारी होने के साथ ही कई भाषाओं के जानकार थे। उनके निधन से शहर में शोक की लहर दौड़ गई। लम्बे समय से वो शाही जामा मस्जिद में इमाम थे तथा वहां पर रमजान माह में तरावीह में कुरआन सुनाया करते थे। विश्व विख्यात मौलाना अबुल कलाम आजाद अरबी फारसी शोध संस्थान में कार्यरत थे।
उनके निधन पर कई संगठनों एवं संस्थाओं ने शोक संवेदनाएं प्रकट की। इधर, अरबी, फारसी, उर्दू समेत कई भाषाओं ये ज्ञाता मौलाना उमर नदवी को शहर के लोगों ने खिराजे अकीदत पेश की। उनका शुक्रवार को इंतकाल हो गया था। मौलवी उमर जेएनयू में छात्र राजनीति से भी सक्रिय रहे एवं छात्र कार्यकारिणी के सदस्य रहे। वे टोंक के मशहूर दारुल उलूम फुरकानिया के सेकेट्री व दारुल इफ्ता के सचिव थे। मौलाना अरबी, फारसी, उर्दू, हिंदी के साथ ही अंग्रेजी के अच्छे जानकार थे।
मकान में मृत मिली वृद्धा दूनी. घाड़ कस्बे के रैगर मोहल्ला स्थित एक मकान में वृद्धा के मृत मिलने पर कस्बे में हडक़म्प मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर मृतका के शव का दूनी अस्पताल में पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया, जबके मृतक वृद्धा के परिजनों ने हत्या कर जेवरात लूट की आशंका जता कर अज्ञात आरोपी के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया है। इधर, घटना के बाद मृतका के घर के बाहर परिजनों एवं ग्रामीणों की भीड़ लग गई।
थानाप्रभारी भंवरलाल मीणा ने बताया कि मृतका रैगर मोहल्ला घाड़ निवासी धापू देवी (75) पत्नी लक्ष्मण रैगर है। उन्होंने बताया कि मृतका अपने पुत्र एवं परिजनों से अलग मकान में रहती थी, सुबह परिजन चाय पिलाने गए तो वह चारपाई पर मृत मिली साथ ही दाहिने हाथ पर गहरी चौट का निशान होने व पहना हुआ चांदी का कड़ा, सोने का मांदलिया एवं उसके पास रखे अन्य तीन सोने के मांदलिए भी गायब मिले।
पुत्र रमेश रैगर ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ वृद्ध मां धापू की हत्या कर सोने-चांदी के जेवरात लूट ले जाने की थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। घटना के बाद देवली पुलिस उपाधीक्षक दीपक मीणा ने घाड़ पहुंच घटनास्थल का निरीक्षणकर उनकी मौजूदगी में मृतका का बोर्ड गठीत कर पोस्टमार्टम कराया।