scriptपशु चिकित्सालय में शराब पार्टी | Wine Party in the Veterinary Hospital | Patrika News

पशु चिकित्सालय में शराब पार्टी

locationटोंकPublished: Jun 03, 2020 09:49:34 am

Submitted by:

Vijay

कम्पाउण्डर बोला-पता नहीं

पशु चिकित्सालय में शराब पार्टी

पशु चिकित्सालय में शराब पार्टी



नगरफोर्ट. कस्बे का पशु चिकित्सालय इन दिनों शराबियों का अड्डा बना हुआ है। चिकित्सालय बंद होते ही यहा शराबियों का जमावड़ा लग जाता है।
कस्बे में स्थित प्रथम श्रेणी के राजकीय पशु चिकित्सालय में सोमवार शाम को पशुओं को इंजेक्शन लगाए जाने के कक्ष में शराब पार्टी हुई। इसमें चिकित्साकर्मी व अन्य लोग मौजूद थे। ग्रामीणों ने बताया पशु चिकित्सालय में आए दिन शराब पार्टियां होने से हंगामा होता रहता है। उक्त लोगों को टोकने पर मारपीट करने की धमकी देते है।
गेट की दो चाबियां
पशु चिकित्सालय के कंपाउडर राकेश मोदी का कहना है कि पार्टी का उन्हें कोई पता नहीं है। अस्पताल के गेट की दो चाबियां है, जिसमें एक उसके पास है और एक चाबी अस्पताल में कही भी रख आते है। किसने लॉक खोला उसे पता नहीं है।
अगर ऐसा हो रहा है तो गलत है। कम्पाउण्डर से भी जवाब तलब किया जाएगा। नियमानुसार कार्रवाई होगी।
मक्खन लाल दिनोदिया, संयुक्त निदेशक, पशुपालन विभाग, टोंक


पुलिस अधीक्षक को दिया परिवाद व ज्ञापन
थाने व जेल में बंदियों से मारपीट, लगाई गुहार
टोंक. पुलिसकर्मियों के साथ गत दिनों हुई मारपीट मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों के साथ कोतवाली थाना तथा जेल में मारपीट की गई। कई आरोपी इसमें गम्भीर घायल हुए हैं। जेल से जमानत पर रिहा हुए आरोपियों ने पुलिस तथा जेल कार्मिकों समेत अधिकारियों के खिलाफ पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू को परिवाद दिया है। साथ ही कांग्रेस जनप्रतिनिधियों ने भी पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों से मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों, जेल कार्मिकों तथा अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। परिवाद में बताया कि गत १७ अपे्रल को गश्त के दौरान पुलिसकर्मियों से हुई मारपीट मामले में पुलिस ने ८ आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इन्हें पहले कोतवाली थाने में रखा गया। परिवाद में आरोप लगाया कि आरोपियों के साथ पुलिस अधिकारी समेत पुलिसकर्मियों ने लॉकअप से बाहर निकाल कर मारपीट की। बाद में उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया तो वहां भी जेल अधिकारी समेत जेलकर्मियों ने मारपीट की। इससे वे गम्भीर घायल हो गए हैं। कई तो ठीक से चल भी नहीं पा रहे हैं। शरीर पर गम्भीर जख्म हो गए हैं। कई बंदियों के हाथ और पैर फे्रक्चर हो गए हैं। उन्होंने पुलिस कर्मी समेत जेल कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में पार्षद अताउल्ला खान, पूर्व पार्षद बरकात हसीन, मोहम्मद अहसान, सेवा दल जिलाध्यक्ष अब्दुल खालिक, जावेद मसूद आदि शामिल थे। इधर, पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू ने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है।
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