scriptउदड तुलाई में मजदूरो को नहीं मिला पूरा भुगतान, अधिकारियों पर लगाया आरोप, विधायक के सामने जताई पीडा | Workers did not get full payment | Patrika News

उदड तुलाई में मजदूरो को नहीं मिला पूरा भुगतान, अधिकारियों पर लगाया आरोप, विधायक के सामने जताई पीडा

locationटोंकPublished: Apr 04, 2018 09:35:47 am

Submitted by:

pawan sharma

मजदूरों ने चेतावनी दी कि भुगतान के अभाव में वे अन्य मजदूरों को भी कांटे पर काम नहीं करने देंगे। इस पर विधायक ने विभागीय अधिकारी को इस मामले का निस्तार

 कांटे का उद्घाटन

उनियारा . समर्थन मूल्य के कांटे का उद्घाटन करने पहुंचे विधायक राजेन्द्र गुर्जर से मजदूरों ने कहा कि उन्हें अभी भी मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया।

उनियारा . क्रय विक्रय सहकारी समिति की ओर से दलहन तुलाई में लगे मजदूरों कों पूरा भुगतान नहीं किया। मंगलवार को मजदूरों ने विधायक राजेन्द्र गुर्जर के समक्ष पीड़ा बयां की। समर्थन मूल्य के कांटे का उद्घाटन करने पहुंचे विधायक राजेन्द्र गुर्जर से मजदूरों ने कहा कि उन्हें अभी भी मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया।
मजदूरों ने चेतावनी दी कि भुगतान के अभाव में वे अन्य मजदूरों को भी कांटे पर काम नहीं करने देंगे। इस पर विधायक ने विभागीय अधिकारी को इस मामले का निस्तारण करने की बात कहीं। केवीएसएस उनियारा की ओर से 2017-18 में उड़द की समर्थन मूल्य पर खरीद की गई थी। इस पर पल्लेदारों को पूरा भुगतान नहीं किया गया। पल्लेदार यूनियन के अध्यक्ष हंसराज गुर्जर ने बताया कि अधिकारियों ने मजदूरों की पल्लेदारी काटी जा रही है।
जानकारी के अनुसार मंगलवार की दोपहर में लेवी में सरसो, गेंहू, चने के कांटे का देवली उनियारा विधायक राजेन्द्र गुर्जर को उद्घाटन करना था। इस पर मजदूरो ने कांटे का उद्घाटन करने से पहले अपनी पीडा बताई जिसमें उन्होने कहा कि केवीएसएस उनियारा की ओर से 2017-18 में उदड़ की समर्थन मूल्य पर खरीद की थी जिसकी पल्लेदारो की मजदूरी 9 लाख रूपए बनती है।
पल्लेदारो ने दिसम्बर 2017 से करीब शुरू होने का लेकर 2018 जनवरी तक तुलाई एवं लोडिंग का कार्य किया था परन्तु पल्लेदारो का उनकी मजदूरी का पूरा भुगतान नहीं हुआ। मजदूरी के पूरे भुगतान को लेकर पल्लेदार कई बार केवीएसएस के कर्मचारी अधिकारियों से मिल सके लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई तथा उन्हे इस बात की ओर धमकी दी गई कि उन्होने किसके कहने पर यहां पर काम किया था मजदूरी भी उन्ही से ले।
पल्लेदारो ने बताया कि केवीएसएस की ओर से प्रत्येक किसान से 6.50 रूपए प्रति कट्टे के हिसाब से तुलवाई की राशि ली थी जिसमें से पल्लेदारो को 1.50 रूपए काटकर 5 रूपए प्रति कट्टे के हिसाब से भुगतान दिया गया। इस संबंध में जब पल्लेदारो ने राजफेड कार्यालय टोंक से सम्पर्क किया तो वहां से उन्हे जानकारी दी गई कि उन्होने लोडिंग का भुगतान 5 लाख रूपए कई दिनो पहले केवीएसएस के खाते में कर दिया लेकिन पल्लेदारो को अब तक नहीं दिया गया। इस पर पल्लेदारो ने विधायक को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई करने की मांग की।
हल्के उदड़ की तुलाई के बदले पल्लेदारो का भुगतान रोका –
पल्लेदार यूनियन के अध्यक्ष हंसराज गुर्जर एवं उपाध्यक्ष हंसराज कुशवाह ने बताया कि पल्लेदारो ने जो कास्तकार अपने उदड तुलवाने मण्डी में लाता था उसको पहले क्वालिटी कंट्रोल अधिकारी तथा सुपरवीजीन में केवीएसएस के अधिकारी जांच करते थे उसके बाद उदड तुलवाई की बात कहते थे लेकिन हल्की किस्म के उदड़ भी अधिकारियों ने अनदेखी कर तथा किसानो से सांठगांठ कर उदड ़तुलवा दिए जो उदड़ यहां से दौसा एवं टोंक भेजे गए वहां से वापस लौट आए उसके आने जाने का भुगतान एवं केवीएसएस को हुआ नुकसान अब मजदूरो की तुलवाई की मजदूरी में से रोका जा रहा है जो कि गलत है।
यह भुगतान लगभग 3 लाख रूपए से भी अधिक बनता है। इसी भुगतान की भरपाई करने के कारण डेड रूपए कट्टे की मजदूरी पल्लेदारो की काटी जा रही है।इस बारे में क्वालिटी कंट्रोल अधिकारी लक्ष्मीकांत पारीक ने बताया कि हमने अपने नोम्स के हिसाब से सही उदड तुलवाये है अकेले आदमी के पास 7 कांटो की जिम्मेदारी थी और कुछ थोडा बहुत हल्का उदड तुल भी गया तो मेैं अकेला कहां तक कंट्रोल करता क्योंकि किसानो का दबाव ही इतना था।
रही बात मजदूरो के भुगतान रोकने की इसमें मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं है। वही इस बारे में केवीएसएस के प्रबंधक महावीर गुर्जर ने बताया कि पल्लेदारो ने यहां से माल को ट्रांसपोर्ट से भिजवा दिया लेकिन राजफेड के वेयरहाउस में कुछ माल जमा नहीं हो पाया इसीलिए राजफेड इस माल की मजदूरी का भुगतान नहीं दे रहा है इसीलिए यह परेशानी आ रही है इसीलिए हमने स्तर पर पत्र जारी कर दिए है ओर मजदूरी का भुगतान दिलवाने की बात कहीं है। साथ ही इस बारे में विधायक राजेन्द्र गुर्जर का कहना था कि मजदूरो को मजदूरी का हक, किसान को उसकी कास्तकारी का हक मिलना जरूरी है मामले में कहां गलती हुई है इसकी जांच के लिए केवीएसएस अधिकारी को कह दिया है।

ट्रेंडिंग वीडियो