श्रमिकों ने बताया कि बीसलपुर जयपुर परियोजना में गत 12 वर्षों से 130 श्रमिक संवेदक के अधिनस्थ कार्यरत है, जिनमें अधिकांश भूमि अधिकृत विस्थापित श्रमिक व स्थानीय प्रशिक्षित युवा श्रमिक है। उन्होंने आरोप लगाया कि सबंधित संवेदक ने श्रम नियमों का खुला उल्लंघन करते हुए श्रमिकों को काम से निकाल दिया।
इसके विरोध में सभी श्रमिकों ने बुधवार को मय परिवार के एसडीएम कार्यालय पहुंच कर आंशिक धरना दिया। इस दौरान संघ के प्रदेशाध्यक्ष महेश व्यास, संगठन मंत्री बी.एल. राजावत, महामंत्री लीलाधर पटवार, तहसील अध्यक्ष खेमराज सैनी ने भी संबोधित किया। उन्होंने राज्यपाल के नाम ज्ञापन में बीसलपुर जयपुर पेयजल परियोजना में वर्षो से कार्यरत 130 श्रमिको को सेवा कार्य पर वापस लेने व श्रमिकों को बकाया भुगतान दिलाने की मांग की।
विद्यार्थियों ने लगाया जाम
दूनी. राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय दूनी के विद्यार्थियों ने गत दिनों शारीरिक शिक्षक के हुए स्थानातंरण से नाराज होकर बुधवार को विद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया। इसके बाद विद्यार्थियों ने बस स्टैण्ड स्थित मुख्य मार्ग पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। उन्होंने स्थानांतरण के विरोध पर नारेबाजी की।
सूचना पर पहुंचे शारीरिक शिक्षक ने मौके पर पहुंच विद्यार्थियों से जाम हटाने की अपील की इसके बाद पहुंची दूनी पुलिस ने विद्यालयों को सडक़ से उठा विद्यालय में भेज दिया। उल्लेखनीय है की गत दिनों विद्यालय में कार्यरत शारीरिक शिक्षक का विभाग ने स्थानांतरण अन्यंत्र कर दिया, इसकी सूचना पर विद्यार्थियों में नाराजगी हो गई और वे स्कूल के बाहर जमा हो गए। पहले तो उन्होंने स्कूल के मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया।
बाद में बस स्टैण्ड पहुंचकर मुख्य मार्ग पर बैठ गए। ऐसे में मार्ग के दोनों ओर जाम लग गया और वाहनों की कतारें लग गई। काफी देर तक लोग आवागमन को लेकर परेशान होते रहे। विद्यार्थियों का कहना था कि शारीरिक शिक्षक का स्थानांतरण गलत किया है।
स्कूल में उनका व्यवयार व विद्यार्थियों में शिक्षा और खेल का अभ्यास नियमित मिलता था, लेकिन सरकार ने उनका स्थानांतरण कर दिया। इससे विद्यार्थियों में नाराजगी है। उन्होंने सरकार से मांग है कि शारीरिक शिक्षक का स्थानांतरण निरस्त किया जाए। इसी बात को लेकर उन्होंने पहले स्कूल के मुख्य गेट पर ताला दिया। बाहर सभी विद्यार्थी जमा हो गए।