किसान ने खेती में नवाचार करते हुए बदलाव किया और तालाब के समीप अपने सात बीघा खेत में फलदार पौधे लगा दिए, जो अब फल भी देने लगे हैं। अमरूद का बगीचाा लगाने में किसान राजेश मीणा की पत्नी बबली देवी ने भी सहयोग किया। अब राजेश स्वयं ही बाजार में फलों को बेचकर मुनाफा कमा रहा है। वह इस कार्य से अन्य किसानों को भी प्रेरित कर रहा हैै। उसने सात बीघा के खेत में 750 अमरूद पौधे लगाए थेे।
साथ ही खेत में चने की खेती कर दुगना फायदा लिया जा रहा है सोलतपुरा निवासी किसान राजेश मीणा ने बताया कि नर्सिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद खेती को प्राथमिकता दी। वह वर्षों से खेतों में सरसों, गेहूं की फसल करता आ रहा है, जिससे मुनाफा नहीं मिल रहा था,लेकिन एक वर्ष की मेहनत के बाद अब बागवानी में मुनाफा मिल रहा है। इस बारे में कृषि पर्यवेक्षक प्रभु लाल सैनी ने बताया कि किसान को परम्परागत खेती के साथ अन्य खेती करना चाहिए। कम जगह में बागवानी की खेती कर फलों के साथ दूसरी फसल लेकर किसान दोगुना फायदा ले रहा है। इससे किसान उन्नतशील बनेंगे।
गार्गी पुरस्कार के लिए आवेदन शुरू
टोंक. गार्गी एवं बालिका प्रोत्साहन पुरस्कार 2020-21 के प्रथम एवं द्वितीय किस्त के लिए ऑनलाइन शाला दर्पण पोर्टल पर आवेदन लिए जा रहे हैं। अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक चौथमल चौधरी ने बताया कि विद्यार्थी शाला दर्पण पोर्टल के बालिका शिक्षा फाउंडेशन मॉड्यूल पर आवेदन करेंगे।
कक्षा 10 एवं 12 में 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाली बालिकाओं को यह पुरस्कार दिया जाता है। गार्गी पुरस्कार की प्रथम किस्त एवं द्वितीय किस्त के लिए शाला दर्पण पर आवेदन करने के बाद ऑनलाइन प्रिंट की हार्ड प्रति एवं उसके साथ बैंक पासबुक की कॉपी एवं मार्कशीट की प्रति मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा करानी है।