पत्रिका ने गणतंत्र दिवस के असर पर पूर्व सैनिक भंवरलाल रोझ के घर जा परिजनों से वार्ता की तो बच्चें-महिलाओं का दुश्मन देश पाकिस्तान व चीन की जारी नापाक हरकतों पर चर्चा की तो और उन्होंने एक सुर में शहीदों की शहादत का बदला लेने की बात कही। बड़े पुत्र सुबेदार मेजर पूर्णवीर ङ्क्षसह के पुत्र अजयवीर छोटे पुत्र आर्मी मेडिकल कोर में नायब सुबेदार रणवीर ङ्क्षसह की पुत्री अंजली पुत्र उदयवीर ङ्क्षसह सेना में भर्ती होकर दुश्मन देशों को सबक सिखाना चाहते है। उन्होंने कहा मौका मिला तो परदादा, दादा व पिता के नक्शे कदम पर चल भारतीय सेना में भर्ती होकर सेना सहित परिवार, समाज, राज्य व देश का नाम रोशन करना चाहते है।
पूर्व सैनिक भंवरलाल रोझ ने बताया की भारतीय सेना का नाम आते ही फक्र से सर उंचा उठ जाता है उनके दादा, पिता व पुत्रों के साथ-साथ कुनबे में भाई शिवकिशन रोझ जाट रेजीमेंट में रह 1962 के चाइना युद्ध में शोर्य दिखाया तो रामचन्द्र रोझ एनिमल कोर, रामस्वरूप रोझ सीआरपीएफ से सेवानिवृत हुए है। वहीं वर्तमान में गजराज रोझ सीआरपीएफ व धर्मवीरङ्क्षसह रोझ सीआईएसएफ में रह देवा सेवा कर रहे है।
नायब सुबेदार रणवीर ङ्क्षसह 2001 में जोहराट (आसाम) में तैनात थे, अगस्त माह में एक दिन नागालैण्ड-मणिपुर के बीच बार्डर पर सात-आठ उग्रवादी होने की सूचना पर अपने अधिकारी सहित पन्द्रह जवानों के साथ पैदल चल रात्रि को दुश्मनों के ठिकाने पर मोर्चा जमाकर सुबह होने का इंतजार करते रहे और सुबह होते दुश्मनों पर तुफान की तरह टूट पड़े और तेरह नागा उग्रवादियों को मार गिराया।