जयपुर। आपने कई बार जयपुर के प्रमुख आकर्षणों में से एक जंतर मंतर की सैर की होगी, लेकिन क्या आप जानते ये दिलचस्प बातें! जयपुर के सिटी पैलेस और हवा महल के पास ही स्थित जंतर मंतर शहर के जरूरी पर्यटक केंद्रों में से एक है। आइए जानते हैं इसके आकर्षण की कुछ दिलचस्प बातें… 1. यूनेस्को द्वारा प्रमाणित जगह जयपुर का जंतर मंतर यूनेस्को की वैश्विक धरोहरों की सूचि में शामिल है। 2. 5 वेधशालाओं में से एक जयपुर का जंतर मंतर 5 प्रमुख वेधशालाओं में से एक है। इसका निर्माण महाराजा सवाई जय सिंह द्वारा करवाया गया था जो जयपुर के संस्थापक और एक खगोलशास्त्री भी थे। 18 वीं शताब्दी के शुरुआत में उन्होंने पूरे भारत में 5 जंतर मंतर बनवाये, दिल्ली, मथुरा, जयपुर, वाराणसी और उज्जैन में। 3. सबसे बड़ी वेधशाला जैसा कि भारत की अलग-अलग जगहों में 5 वेधशालाएं बनायीं गईं, उन सब में जयपुर की यह वेधशाला सबसे बड़ी है। 4. जंतर मंतर का उद्देश्य जंतर मंतर का निर्माण समय और अंतरिक्ष के अध्ययन के लिए करवाया गया। जयपुर की यह रचना उन्नीस वास्तु खगोलीय उपकरणों का एक परिसर है, जो अब भी चल रहा है और इसका गणना और शिक्षण के लिए अब भी इस्तेमाल किया जाता है। यह निरीक्षण और सूर्य के चारों ओर कक्षाओं का अध्ययन करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यहाँ की कुछ रचनाएं पत्थर, संगमरमर और तांबे से बनी हुई हैं। यहां उन्नीस यंत्रों के बीच कुछ यंत्र इस प्रकार हैं; चक्र यंत्र, दक्षिण भित्ति यंत्र, दिगम्शा यंत्र, दिशा यंत्र, कनाली यंत्र और मिस्र यंत्र। 5. दुनिया की सबसे बड़ी पत्थर की सूर्यघड़ी जयपुर के जंतर मंतर में दुनिया की सबसे बड़ी पत्थर की सूर्यघड़ी है जिसे बृहत् सम्राट यंत्र कहते हैं। यह उपकरण दो सेकंड की सटीकता पर स्थानीय समय बताता है। यह रचना लगभग 27 मीटर ऊंची है। इस विशाल सम्राट यंत्र के पीछे कारण है इसकी सटीकता। एक छोटी डिवाइस सही समय बताने में नाकाम रही थी, इसलिए डिवाइस के साइज को बढ़ाना ही एक मात्र विकल्प बचा था।