क्या आप जानते हैं इनर लाइन परमिट क्या है जिसके बिना आप उत्तर भारत के इन 8 स्थानों पर नहीं जा सकते…
नई दिल्ली। हर इंसान लाइफ एन्ज्वाय करने के लिए ट्रेवल करना चाहता है। लेकिन आप अगर भारत के उत्तरी हिस्से में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आपको कुछ नियम और शर्तों का पालन करना होगा। भारत के उत्तरी हिस्सा बहुत ही सुन्दर और संवदेनशील है। इसलिए आपके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि इनर लाइन परमिट क्या होत है और कहां इसकी जरूरत पड़ती है। आईए इन स्थानों की सूची बनाने से पहले जानते हैं, क्या है ILP…
1. इनर लाइन परमिट भारत सरकार द्वारा जारी किया जाता है।
2. यह एक ट्रेवल दस्तावेज है जो देशी और विदेशी ट्यूरिस्ट को प्रॉटेक्ट एरिया में जाने के लिए परमिट देता है। यह परमिट तय समय सीमा और कुछ लोगों के लिए ही मान्य होता है।
3. मुख्यत: यह परमिट उन लोगों के लिए जरूरी होता है जो अन्य राज्यों से यहां घूमने आते है।
4. आईएलपी संवदेनशील राज्यों और दूसरे देशों के बॉर्डर के पास घूमने के लिए दिया जाता है।
5. आईएलपी दो प्रकार का होता है। एक यहां ट्रेवल करने के लिए और दूसरा उन लोगों के लिए जो यहां लंबे समय तक रहना चाहते हैं और रोजगार प्राप्त करना चाहते हैं।
मुख्यत: ये परमिट भारत में इस समय सिर्फ तीन राज्यों – मिजोरम, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश में ही पूर्ण रुप से लागू है। हालांकि, इन राज्यों के अलावा दूसरे देशों के बॉर्डर लाइन पर भी इस परमिट की आवश्यकता होती है।
तवांग, अरुणाचल प्रदेश यह अरुणाचल प्रदेश का खूबसूरत शहर है। यहां करीब 400 साल पुरानी तवांग मोनेस्ट्री है। इसे भारत में मौजूद सबसे पुरानी मॉनेस्ट्री में से एक कहा जाता है। इसे देखने के लिए काफी संख्या में टूरिस्ट आते हैं। यह भूटान के साथ लगते इंटरनेशनल बॉर्डर के पश्चिम में है। इसके उत्तर पूर्व में बर्मा और उत्तर में तिब्बत है। यह इस राज्य का संवेदनशील क्षेत्र है। इसलिए आप आईएलपी के बिना यहां नहीं जा सकते।
भलुकपोंग, अरुणाचल प्रदेश
बोमदिया, अरुणाचल प्रदेश जिरो, अरुणाचल प्रदेश
कोहिमा, नागालैंड यह नागालैंड की राजधानी है। कोहिमा को एशिया के स्विट्जरलैंड कहा जाता है। यह उत्तर भारत का सबसे खूबसूरत शहरों में से एक है। नागालैंड को स्पोर्ट्स एडवेंचर के लिए खास रूप से जाना जाता है। यहां आप ट्रेंकिग, रॉक क्लाइंबिग का लुत्फ उठा सकते हैं।
दीमापुर, नागालैंड
मोकोकचुंग, नागालैंड
पेरेन, नागालैंड