नौकुचियाताल के स्थानीय लोगों का विश्वास है कि यदि कोई व्यक्ति एक ही दृष्टि से इस ताल के नौ कोनों को देख ले तो उसे मोक्ष प्राप्ति हो जाती है
उत्तराखंड राज्य में स्थित नौकुचियाताल भीमताल से 4 किलोमीटर दक्षिण-पूरब समुद्र की सतह से 1292 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस नौ कोने वाले ताल की अपनी विशिष्ट महत्ता है। इसके टेढ़े-मेढ़े नौ कोने हैं। यहां के स्थानीय लोगों का विश्वास है कि यदि कोई व्यक्ति एक ही दृष्टि से इस ताल के नौ कोनों को देख ले तो उसे मोक्ष प्राप्ति हो जाती है। परन्तु वास्तविकता यह है कि सात से अधिक कोने एक बार में नहीं देखे जा सकते।
इस ताल की एक और विशेषता यह है कि इसमें विदेशों से आए हुए नाना प्रकार के पक्षी रहते हैं। ताल में कमल के फूल खिले रहते हैं। इस ताल में मछलियों का शिकार बड़े अच्छे ढ़ंग से होता है। 20-25 पौण्ड तक की मछलियां इस ताल में आसानी से मिल जाती है। मछली के शिकार करने वाले और नौका विहार शौकीनों की यहां भीड़ लगी रहती है। इस ताल के पानी का रंग गहरा नीला है। यह भी आकर्षण का एक मुख्य कारण है। पर्यटकों के लिए यहां पर खाने और रहने की सुविधा है। धूप और वर्षा से बचने के लिए भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
आसपास के दर्शनीय स्थल
हनुमान मंदिर-नौकुचिताल में भगवान हनुमान जी की 52 ऊंची प्रतिमा बनाई गई है।
भीमताल-भीमताल एक त्रिभुजाकर झील है। यह उत्तरांचल में काठगोदाम से 10 किलोमीटर उत्तर की ओर है। नैनीताल से भी यह बड़ा ताल है। नैनीताल की तरह इसके भी दो कोने हैं जिन्हें तल्ली ताल और मल्ली ताल कहते हैं। यह भी दोनों कोनों सड़कों से जुड़ा हुआ है। नैनीताल से भीमताल की दूरी 22.5 कि. मी. है। भीमताल की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह सुन्दर घाटी में ओर खिले हुए अंचल में स्थित है। इस ताल के बीच में एक टापू है।
नैनीताल-नैनीताल झील एक प्राकृतिक झील है। यह झील भारत के उत्तराखंड राज्य के नैनीताल शहर में स्थित है। अपने प्राकृतिक सौन्दर्य के लिए जह विश्व प्रसिद्ध है।
कैसे पहुंचे
निकटतम रेलवे स्टेशन-काठगोदाम