साथ ही उन्होंने बताया कि वह और उनकी पत्नी तुरंत बेटी को लेकर मीरा रोड के अस्पताल भागे। लेकिन अस्पताल पहुंचने तक बेटी के मुंह से खू आना शुरू हो गया था। डॉक्टरों ने जैसे तैसे करके खून को बहने से रोक जो लिया, लेकिन उसके दिल ने धड़कना कम कर दिया था। ऑक्सीजन लेवल ठीक था लेकिन कार्बन डायऑक्साइड उत्सर्जन पर्याप्त नहीं था। कुछ देर बाद डॉक्टरों ने कहा कि वो नॉर्मल है। इसके बाद डॉक्टरों ने कहा कि बेटी को 24-48 घंटे तक ऑबजर्वेशन में रखा जाएगा। लेकिन थोड़ी देर बाद ही फिर से खून बहना शुरू हो गया और उसकी हार्टबीट फिर से अनियमित हो गई। डाक्टरों ने रात करीब 1 बजे तक उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन बचा नहीं पाए।