उन्होंने आगे कहा, ‘इस हालात के बाद मुझे हॉस्पिटलाइज कराने की नौबत आ गई। मैं कांप रही थी। मैंने हॉस्पिटल से अपने एक फ्रेंड से बात की, वह हीलर है और फिर मैंने अच्छा महसूस किया। और फिर आखिरकार मैंने फास्ट छोड़ दिया और मुझे खाना पड़ा ताकि मैं अपनी बॉडी की जरूरत को पूरा कर सकूं। मेरा शरीर इस वक्त फास्ट करना नहीं चाह रहा। मुझे नहीं पता कि मेरी हेल्थ इस बार क्यों इतना सफर कर रही है, मैंने इससे पहले ऐसा साल 2014 में किया था, तब मैं काफी ठीक थी।’
सोफिया ने बताया कि यूके के हॉस्पिटल से मिले बिल ने उन्हें शॉक में डाल दिया है। सोफिया ने कहा, ‘पहली बात तो ये कि जब मैं हॉस्पिटल में ही थी तभी इसे उन्होंने मेरे फेस के सामने लाकर रख दिया था। शु्क्र है कि यूके में मेरा हेल्थ इंश्यॉरेंस है।’
सोफिया ने बताया कि यूके के हॉस्पिटल से मिले बिल ने उन्हें शॉक में डाल दिया है। सोफिया ने कहा, ‘पहली बात तो ये कि जब मैं हॉस्पिटल में ही थी तभी इसे उन्होंने मेरे फेस के सामने लाकर रख दिया था। शु्क्र है कि यूके में मेरा हेल्थ इंश्यॉरेंस है।’
सोफिया से पूछा गया कि उन्हें फास्ट की जरूरत क्यों महसूस हुई? उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी पुरानी लाइफ को एक्सप्लोर करने के लिए, मैं अपनी आत्मा को महसूस करना चाहती थी। मैंने इस तरह की प्रैक्टिस पहले भी की है, लेकिन कुछ दिनों के बाद मुझे खाने और पीने की जरूरत महसूस नहीं होती थी। लेकिन इस बार मैंने तकलीफ महसूस की, हालांकि अब मैं रिकवर कर रही हूं। मैं देख पा रही हूं कि ईश्वर मेरी मदद कर रहे हैं। मुझे ठीक कर रहे हैं और मुझपर अपना प्यार बरसा रहे हैं। स्प्रिचुएलिटी में जादू है, आप अपने अंदर ही ईश्वर को फील करने लगते हैं।’