दरअसल, पोपटलाल टोमैटो केचप खरीदकर आ रहे होते हैं। गलती से बोतल का ढक्कन खुल जाने की वजह से वह केचप तारक मेहता और भिड़े के शर्ट पर लग जाता है। पोपटलाल ने यह हरकत जानबूझ कर की होगी, यह सोचकर वह दोनों बोतल छीनकर पोपटलाल पर केचप डालते हैं। फिर वहां मौजूद गोकुलधाम सोसायटी के सभी पुरुष भी पोपटलाल को कैचप लगाते हैं। कुछ देर बाद वहां जेठालाल शैम्पू खरीदकर आ रहे होते हैं और इनकी मस्ती देखकर वह भी सब पर शैंपू फेंकने लगते हैं। इस प्रकार सभी पुरुष एक दूसरे को शैम्पू और कैचप से रंगने में लग जाते हैं। कुछ देर बाद वहा सोसायटी का महिला मंडल भी आता है। वह इन लोगों की इस अतरंगी होली देखकर दंग रह जाती हैं।