शो शुरू होने से पहले हुआ झगड़ा…
ऑस्ट्रेलिया में जब शो शुरू होने वाला था, उस वक्त मेरे दो सहयोगी आपस में लड़ रहे थे। इसमें एक चंदन प्रभाकर था, तो दूसरी ओर एक लडक़ी थी। चूंकि, शो मेरे नाम पर था, इस वजह से उनकी लड़ाई से मैं परेशान हो गया था। शो की पूरी जिम्मेदारी मेरे ऊपर थी। वो लडक़ी रोते हुए मेरे पास आई, तो मेरा गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। मैंने चंदन को खूब डांटा…यहां तक कि उस पर हाथ भी उठाया…बदले में उसने भी मुझे मारा। चंदन मेरे बचपन का दोस्त है, इस नाते उसे मैंने डांटना अपना हक समझा। मैं चाहता था कि किसी तरह शो अच्छे से हो जाए। यह सारा वाकया शो शुरू होने से पांच मिनट पहले का था। मैं पूरी तरह से हड़बड़ा गया था।
थोड़ा इम्पल्सिव हूं…
चंदन और उस आर्टिस्ट लडक़ी के झगड़े, मेरी डांट, गालियां और चंदन के साथ मार-पीट के बाद भी हमारा शो बहुत अच्छा हुआ, लेकिन शो खत्म होते ही चंदन बिना मुझे कुछ बताए होटल से चेक-आउट करके चला गया। पूरे पांच दिन बाद जब हम सब लोग वापसी के लिए एयरपोर्ट पहुंचे, तब मुझे चंदन नजर आया, अचानक उसको देखते ही मुझे फिर गुस्सा आ गया। मैं थोड़ा इम्पल्सिव हूं। उसे देखते ही मैंने फिर से उस पर गालियों की बौछार शुरू कर दी, जवाब में चंदन ने भी मुझे गालियां दीं। लेकिन लोगों को मेरी गालियां तो याद रहीं, चंदन की गालियां लोग भूल गए। प्लेन के अंदर जूते से मारने की बात जो सामने आई थी, वह बिल्ककुल गलत थी। मैंने जूते तो पहने ही नहीं थे। उस समय मैं प्लेन में दी जाने वाली जुराबें पहन कर बैठा था, तो जूते निकालकर मारने का सवाल ही नहीं उठता है। हां, मैंने ड्रिंक कर रखी थी।
सुनील से कोई शिकायत नहीं…
मैं और सुनील पूरे नौ साल से एक-दूसरे को जानते हैं और पिछले पांच साल से हम साथ काम कर रहे हैं। ऐसे में सुनील का फर्ज बनता था कि इन पांच सालों में जब वह पहली बार मुझे इतना गुस्सा करते देख रहे थे… तो एक बार मुझसे आकर पूछ लेते कि बात क्या है। आखिर मैं इतना गुस्से में क्यों हूं। अगर मैं सुनील की जगह होता, तो जरूर पूछता कि आपको इतने सालों से जानता हूं इस तरह से गुस्से में कभी देखा नहीं, क्या हुआ है। मुझे सुनील से कोई शिकायत नहीं है। मैं आज भी सुनील से बहुत प्यार करता हूं।