अवैध निर्माण मामले में कॉमेडियन कपिल शर्मा को बड़ी राहत देते हुए मुंबई हाईकोर्ट ने बीएमसी के नोटिस पर अंतरिम रोक लगा दी है
मुंबई। अवैध निर्माण मामले में कॉमेडियन कपिल शर्मा को बड़ी राहत देते हुए मुंबई हाईकोर्ट ने बीएमसी के नोटिस पर अंतरिम रोक लगा दी है। अगली सुनवाई 23 नवंबर को होनी है। बीएमसी ने इस साल अप्रैल में कपिल के गोरेगांव में स्थित 18 मंजिले फ्लैट के कथित निर्माण को गैरकानूनी हिस्से को तोडऩे का आदेश दिया था।
कपिल शर्मा ने इसके बाद 28 अप्रैल को मुंबई नगर निगम अधिनियम की धारा 351 के तहत निगम निकाय को चुनौती दी थी। उन्होंने दावा किया कि यह नोटिस कानून तो तोड़-मरोड़ कर विकृत और दुर्भावनापूर्ण इरादे से दिया गया है। निगम ने अपने नोटिस में दावा किया था कि गोरेगांव में स्थित 18 मंजिले इस आवासीय बिल्डिंग डीएलएच इंक्लेव के कुछ हिस्से गैरकानूनी हैं, जिन्हें हटाए जाने की जरूरत है। इसी इंक्लेव में कपिल का भी फ्लैट है। शर्मा के वकील प्रदीप थोराट ने जानकारी दी कि इस मामले पर डीएलएच द्वारा डाली गई याचिका के साथ ही 23 नवंबर को सुनवाई होगी।
कॉमेडियन कपिल शर्मा पिछले महीने उस समय चर्चा में आ गए थे जब उन्होंने बीएमसी द्वारा पांच लाख घूस मांगे जाने पर प्रधानमंत्री को ट्वीट कर दिया था। ट्वीट में उन्होंने प्रधानमंत्री से देश में बढ़ रहे भ्रष्टाचार पर सवाल पूछा था।
गौरतलब है कि कपिल द्वारा करप्शन का मामला उठाने के बाद यह खबर आई थी कि कपिल ने ऑफिस और घर बनाने के लिए नियमों का पालन नहीं किया है। वे जहां ऑफिस बना रहे हैं, उस जगह का कमर्शियल इस्तेमाल नहीं हो सकता है। बीएमसी ने इस मामले में 16 जुलाई को उन्हें एक नोटिस भेजा था और काम रोकने के लिए कहा था। उसके बाद भी कपिल ने निर्माण जारी रखा। बताया जाता है कि नोटिस पीरियड निकल गया है और बीएमसी कभी भी कपिल के अवैध निर्माण को तोड़ सकती है।
ऐसे फंसे थे कपिल शर्मा….
9 सितंबर को कपिल ने मोदी को टैग करके ट्वीट किया- “मैं पिछले पांच साल से 15 करोड़ रुपए टैक्स भर रहा हूं, लेकिन मुझे ऑफिस बनाने के लिए बीएमसी को 5 लाख की घूस देनी होगी।” दूसरे ट्वीट में भी उन्होंने पीएम को टैग कर लिखा, “ये हैं आपके अच्छे दिन?” कपिल के ये ट्वीट कुछ ही देर में वायरल हो गए। बीजेपी, शिवसेना के साथ कांग्रेस भी इस मामले में कूद पड़ी। विवाद होता देख कपिल ने मामले को संभालने की कोशिश की। नए ट्वीट में लिखा- ‘मैंने कुछ लोगों के करप्शन को लेकर सिर्फ अपनी चिंता जताई थी, किसी पॉलिटिकल पार्टी- बीजेपी, एमएनएस या शिवसेना को दोषी नहीं ठहराया है।’ उधर, कपिल के ट्वीट के बाद सीएम फड़णवीस ने ट्वीट किया। कहा- “कपिल भाई पूरी जानकारी दो। एमसी, बीएमसी को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। हम दोषी को नहीं छोड़ेंगे।” सीएम के ट्वीट के जवाब में कपिल ने फिर ट्वीट कर कहा- ‘थैंक यू सो मच सर…मैं आपसे मिलकर इस मुद्दे पर चर्चा करना पसंद करूंगा।’
बीएमसी ने कहा-कपिल अफसर का नाम बताएं….
बीएमसी के विजिलेंस डिपार्टमेंट के चीफ इंजीनियर मनोहर पवार ने कहा था- “कपिल ने जो भी शिकायत की है, उसे बीएमसी ने गंभीरता से लिया है। जिस अफसर ने घूस मांगी है, उसका नाम देने के लिए हमने उन्हें लेटर भेजा है। नाम मिलने के बाद जो भी कार्रवाई करनी है, वह बीएमसी करेगी।स मामले में कपिल की तरफ से अब तक कोई भी लिखित शिकायत नहीं मिली है। अगर आरोप सही हैं, तो सिविक बॉडी इस मामले में सख्त एक्शन लेगी। बीएमसी इस तरह के करप्शन को टॉलरेट नहीं करेगी।” वहीं, बीएमसी के एक सीनियर ऑफिशियल ने दावा किया कि- कपिल वर्सोवा में अपने ऑफिस पर गैरकानूनी कंस्ट्रक्शन करा रहे हैं, जिस पर उन्हें नोटिस भेजा गया था, लेकिन उन्होंने उस पर ध्यान नहीं दिया।